प्रियप्रवास sentence in Hindi
pronunciation: [ periyeprevaas ]
Examples
- महापुरुष के रूप में अंकित होते हुए भी “ प्रियप्रवास ” के कृष्ण में वही अलौकिक स्फूर्ति है जो अवतारी ब्रह्मपुरुष में।
- रंग में भंग, जयद्रथवध, (1912), प्रियप्रवास (1912), रामचरितचिंतामणि, पथिक (1917), मिलन (1925) आदि प्रबंधकाव्यों में प्राचीन, नवीन वीरों का चरित गायन हुआ।
- इसी तरह हिंदी कृष्णकाव्य (उद्धवशतक, प्रियप्रवास आदि) में भ्रमरगीत परंपरा के अंतर्गत दूतकाव्य या संदेशकाव्य के कुछ बीज मिल जाएँगे।
- वीराज रासो · पद्मावत · रामचरितमानस · रामचंद्रिका · साकेत · प्रियप्रवास · कृष्णायन · कामायनी · उर्वशी · उर्मिला · तारक वध
- जैसा पुस्तक के नाम से स्पष्ट है, मुख्य प्रसंग है-“ प्रियप्रवास ”, परिवार और समाज के प्रिय कृष्ण का वियोग।
- पृथ्वीराज रासो · पद्मावत · रामचरितमानस · रामचंद्रिका · साकेत · प्रियप्रवास · कृष्णायन · कामायनी · उर्वशी · उर्मिला · तारक वधतमिल महाकाव्य
- हरिऔध जी ने “ प्रियप्रवास ” की विस्तृत भूमिका में अपने महाकाव्य के लिए अतुकांत की आवश्यकता और उसके लिए उपयुक्त छंद पर विचार किया है।
- द्विवेदी युग में देश-प्रेम, स्वाधीनता, विश्व बंधुत्व, मानवता वाद और सुधारवाद की जो लहर चली, उसका स्वर प्रियप्रवास में सुनाई पड़ता है ।
- जानकी वल्लभ शास्त्री की राधा, धर्मवीर भारती की कनुप्रिया, हरिऔध का प्रियप्रवास, गुप्त जी की विरहिणी ब्रजांगना आदि रचनाएँ कभीं कल कवलित नहीं हो सकतीं ।
- खड़ी बोली के प्रथम महाकाव्य प्रियप्रवास ' के रचियता अयोध्यासिह उपाध्याय 'हरिऔध'(15 अप्रैल, 1965-16 मार्च, 1947) का सृजनकाल हिन्दी के तीन युगों भारतेन्दु युग, द्विवेदी युग और छायावादी युग तक है।