नरिंद meaning in Hindi
[ nerined ] sound:
नरिंद sentence in Hindi
Meaning
संज्ञा- किसी देश का प्रधान शासक और स्वामी:"त्रेतायुग में श्रीराम अयोध्या के राजा थे"
synonyms:राजा, अवनीश, नराधिप, नरेश, नृप, नृपति, भूप, भूपति, महीप, महीपाल, महिपति, अधिपति, अधिप, अधिभू, अधीश, मानवेंद्र, मानवेन्द्र, मानवेश, नरनाह, नृपाल, नरपति, जनेश, नरपाल, प्रजापति, रावल, नरकंत, रसपति, पृथिवीपति, पृथिवीपाल, पृथिवीश, पृथिवीश्वर, भुआल, अर्थपति, अवनिपाल, अवनीश्वर, अवनिनाथ, स्कंध, स्कन्ध, राष्ट्रभृत्, मलिक, अविष, नृदेव, नृदेवता, भूमिदेव, भट्टारक, भूमिपति, भूमिपाल, भूमिभुज, भूमिभृत, इंद्र, इन्द्र, ईश, ईश्वर, वरेंद्र, वरेन्द्र, यलधीस, यलनाथ, राजन्य, लोकपाल, दंडधार, दण्डधार
Examples
More: Next- भोर के से नखत नरिंद भए पियरे
- तिहि रिपुजय पुरहरन को भए पृथिराज नरिंद
- तिहि रिपुजय पुरहरन को भए पृथिराज नरिंद और ' विक्रम साक अनंद' का अर्थ किया अ = शून्य और नंद = 9 अर्थात् 90 रहित विक्रम संवत्।
- ' ' वैराग्य शतक में इस प्रकार के कई आत्म कथ्य हैं जहाँ , ' नरिंद ' की जगह ' गुबिंद ' की याद की गई है।
- ' ' वैराग्य शतक में इस प्रकार के कई आत्म कथ्य हैं जहाँ , ' नरिंद ' की जगह ' गुबिंद ' की याद की गई है।
- ' ' वैराग्य शतक में इस प्रकार के कई आत्म कथ्य हैं जहाँ , ' नरिंद ' की जगह ' गुबिंद ' की याद की गई है।
- धानुष पै ठाढ़े राम रवि से लसत आजु , भोर के से नखत नरिंद भए पियरे ' काव्यकलाधर ' ( संवत् 1802 ) रस का ग्रंथ है।
- तिहि रिपुजय पुरहरन को भए पृथिराज नरिंद और ' विक्रम साक अनंद ' का अर्थ किया अ = शून्य और नंद = 9 अर्थात् 90 रहित विक्रम संवत्।
- इस एक परमात्मा को उन्होंने अपनी बाणी में लगभग 40 नामों से याद किया है , जैसे देवा , स्वामी , प्रभु , मुरारी , करीमां , रहीमां , अल्लाह , गनी , गोपाल , श्रीरंग , पातिशाह , असपति , गजपति , नरिंद , मीर , मुकंद , गोबिंद , सियाम , राम , केसव , माधो , बीठल , रमइया , हरि , हरी , ठाकुर , जगजीवन , नारायण , निरंकार , सावलिया , नरहरी , कलंदर , साहिब , भगवान , ईशर , जगतगुरु , गोसाई , पुरखोतम आदि।
- इस एक परमात्मा को उन्होंने अपनी बाणी में लगभग 40 नामों से याद किया है , जैसे देवा , स्वामी , प्रभु , मुरारी , करीमां , रहीमां , अल्लाह , गनी , गोपाल , श्रीरंग , पातिशाह , असपति , गजपति , नरिंद , मीर , मुकंद , गोबिंद , सियाम , राम , केसव , माधो , बीठल , रमइया , हरि , हरी , ठाकुर , जगजीवन , नारायण , निरंकार , सावलिया , नरहरी , कलंदर , साहिब , भगवान , ईशर , जगतगुरु , गोसाई , पुरखोतम आदि।