• physiological |
शरीरवृत्तिक in English
[ shariravrtik ] sound:
शरीरवृत्तिक sentence in Hindi
Examples
More: Next- [संपादित करें] शरीरवृत्तिक कारण:
- आघात चिकित्सा मनोरोग उपचार के उद्देश्य से किसी व्यक्ति को शरीरवृत्तिक अवस्था में आघात दिए जाने के सुविचारित और नियंत्रित प्रेरण को कहा जाता है.
- आघात चिकित्सा मनोरोग उपचार के उद्देश्य से किसी व्यक्ति को शरीरवृत्तिक अवस्था में आघात दिए जाने के सुविचारित और नियंत्रित प्रेरण को कहा जाता है.
- आघात चिकित्सा मनोरोग उपचार के उद्देश्य से किसी व्यक्ति को शरीरवृत्तिक अवस्था में आघात दिए जाने के सुविचारित और नियंत्रित प्रेरण को कहा जाता है.
- उसका कारन ये है की जीवित सुक्षमाणु उनकी दृढ़ता खो देते है (रोगजनकों के खिलाफ शरीरवृत्तिक अवरोध)और योनिक अधिच्छद कम हो जाता है (रोगजनकों के खिलाफ शरीरवृत्तिक अवरोध) इसके परिणाम के रूप में, संक्रमण के खिलाफ इलाज के बाद, प्राकृतिक योनी फ्लोरा का मजबूत बनना जो की लैक्टोबैसिलस की स्थानीय प्रबंध व्यवस्था,और हार्मोन के संभावित कम खुराक (उ.दा.एस्ट्रियॉल)से उपकला कोशिकाएं का आत्मपुनर्जनन होता है और उनके प्रसार में वृद्धि होई है.
- उसका कारन ये है की जीवित सुक्षमाणु उनकी दृढ़ता खो देते है (रोगजनकों के खिलाफ शरीरवृत्तिक अवरोध)और योनिक अधिच्छद कम हो जाता है (रोगजनकों के खिलाफ शरीरवृत्तिक अवरोध) इसके परिणाम के रूप में, संक्रमण के खिलाफ इलाज के बाद, प्राकृतिक योनी फ्लोरा का मजबूत बनना जो की लैक्टोबैसिलस की स्थानीय प्रबंध व्यवस्था,और हार्मोन के संभावित कम खुराक (उ.दा.एस्ट्रियॉल)से उपकला कोशिकाएं का आत्मपुनर्जनन होता है और उनके प्रसार में वृद्धि होई है.
- उसका कारन ये है की जीवित सुक्षमाणु उनकी दृढ़ता खो देते है (रोगजनकों के खिलाफ शरीरवृत्तिक अवरोध)और योनिक अधिच्छद कम हो जाता है (रोगजनकों के खिलाफ शरीरवृत्तिक अवरोध) इसके परिणाम के रूप में, संक्रमण के खिलाफ इलाज के बाद, प्राकृतिक योनी फ्लोरा का मजबूत बनना जो की लैक्टोबैसिलस की स्थानीय प्रबंध व्यवस्था,और हार्मोन के संभावित कम खुराक (उ.दा.एस्ट्रियॉल)से उपकला कोशिकाएं का आत्मपुनर्जनन होता है और उनके प्रसार में वृद्धि होई है.
- उसका कारन ये है की जीवित सुक्षमाणु उनकी दृढ़ता खो देते है (रोगजनकों के खिलाफ शरीरवृत्तिक अवरोध)और योनिक अधिच्छद कम हो जाता है (रोगजनकों के खिलाफ शरीरवृत्तिक अवरोध) इसके परिणाम के रूप में, संक्रमण के खिलाफ इलाज के बाद, प्राकृतिक योनी फ्लोरा का मजबूत बनना जो की लैक्टोबैसिलस की स्थानीय प्रबंध व्यवस्था,और हार्मोन के संभावित कम खुराक (उ.दा.एस्ट्रियॉल)से उपकला कोशिकाएं का आत्मपुनर्जनन होता है और उनके प्रसार में वृद्धि होई है.