Noun • antiseptic |
रक्षोघ्न in English
[ raksoghna ] sound:
रक्षोघ्न sentence in Hindi
Examples
More: Next- उपले इत्यादि इकठ्ठे कर रक्षोघ्न मंत्रों के साथ उसमें
- किसी तरह महर्षि भृगु ने रक्षोघ्न मंत्र से यज्ञ की रक्षा की.
- रक्षोघ्न मंत्रों का प्रयोग कर बृहस्पति असुरों से देवताओं की रक्षा करते हैं।
- ऐसी परिस्थिति में देव गुरु बृहस्पति रक्षोघ्न मंत्रों का प्रयोग कर देवताओं की रक्षा करते हैं तथा दैत्यों को दूर भगा देते हैं।
- चतुर्थ खण्ड में अवभृथ (स्नान) धर्म, यज्ञावशिष्ट द्रव्य का जल के समीप आनयन और रक्षोघ्न साम (अवभृथहेतुक) के गान-हेतुओं आदि का निरूपण है।
- अतः फाल्गुन शुक्ल पूर्णिमा को समिधास्वरूप उपले आदि को एकत्रित कर के, उसमें यज्ञ की विधि से अग्नि स्थापन, प्रतिष्ठा, प्रज्ज्वलन एवं पूजन कर के विविध रक्षोघ्न मंत्रों से यव गोधूमादि के चरू स्वरूप बालों की आहुति दी और हुतशेष धान्य को घर ला कर प्रतिष्ठित किया।
- फिर ऋग्वेदोक्त ‘ रक्षोघ्न मंत्र ' ॐ अपहता असुरा रक्षांसि वेदिषद इत्यादि ऋचा का पाठ कर श्राद्ध-भूमि पर तिल छिड़कें तथा अपने पितृ-रुप से उन ब्राह्मणों का ही चिंतन करे तथा निवेदन करें कि ‘ इन ब्राह्मणों के शरीर में स्थित मेरे पिता, पितामह और प्रपितामह आदि आज तृप्ति लाभ करें।
- फिर पुरोहित ने बताया कि फाल्गुन-पूर्णिमा के दिन यदि लोग आनंद मनाएँ, बच्चे लकड़ियाँ एकत्र करें, उसमें रक्षोघ्न मंत्रों के साथ आग लगाएँ, तालियाँ बजाएँ, अग्नि की तीन बार परिक्रमा करें, हँसे और प्रचलित भाषा में लोकगीत गाएँ तो इसी शोर-गुल, अट्टहास एवं होम से वह राक्षसी मर जाएगी।
- पुरोहित ने यह भी बताया कि फाल्गुन की पूर्णिमा को जाड़े की ऋतु समाप्त होती है और ग्रीष्म ऋतु का आगमन होता है, तब लोग हँसें एवं आनन्द मनायें, बच्चे लकड़ी के टुकड़े लेकर बाहर प्रसन्नतापूर्वक निकल पड़ें, लकड़ियाँ एवं घास एकत्र करें, रक्षोघ्न मन्त्रों के साथ उसमें आग लगायें, तालियाँ बजायें, अग्नि की तीन बार प्रदक्षिणा करें, हँसें और प्रचलित भाषा में भद्दे एवं अश्लील गाने गायें, इसी शोरगुल एवं अट्टहास से तथा होम से वह राक्षसी मरेगी।
- पुरोहितों ने यह भी बताया कि फाल्गुन की पूर्णिमा को जाड़े की ऋतु की समाप्ति और ग्रीष्म ऋतु का प्रारंभ होता है तब लोग हँसे और आनंद मनाएँ तथा बच्चे लकड़ी, खरपतवार, उपले इत्यादि इकठ्ठे कर रक्षोघ्न मंत्रों के साथ उसमें आग लगाएँ खुशी से नाचें, गाएँ, तालियाँ बजाएँ और जब अग्नि की लपटें ऊपर उठने लगें तब अग्नि की तीन बार प्रदक्षिणा करें और अपनी मातृभाषा एवं बोली में भद्दी-भद्दी अश्लील गालियों के साथ गाने गाएँ, तब जाकर राक्षसी मरेगी।