• once more |
पुनर्वार in English
[ punarvar ] sound:
पुनर्वार sentence in Hindi
Examples
More: Next- हर धनुर्भंग को पुनर्वार ज्यों उठा हस्त,
- लता-कुंज के निकट आकर पुनर्वार पुकारा, '' नलिन! '' उत्तर प्राप्त नहीं हुआ।
- मंत्र का मूर्ति में संकल्प करके पुनर्वार ध्यान करें, तथा आवाहनादि पंचपुष्पांजलिदान पर्यन्त विधिपूर्वक आवरण पूजा करें।
- विधवा माधवी-मंच के पुन: संस्कार के लिए श्रमिक बुलाने का आदेश देकर पुनर्वार माला लेकर दालान में आ बैठीं।
- वे उदास थे परन्तु पराजित नहीं थे और बार-बार उनकी भुजाएँ फड़क उठती थीं-“ हर धनुर्भंग को पुनर्वार ज्यों उठा हस्त ” ।
- १ ६-प्रति वैशाख की सभा में अन्तरंगसभा के प्रतिष् ठित सभासद् और अधिकारी वार्षिक साधारण सभा में फिर से नियत किये जावें, और कोई पुराना प्रतिष् ठित सभासद् और अधिकारी पुनर्वार नियुक्त हो सकता है ।
- मैंने हमेशा यथास्थिति को शिव के पिनाक धनुष की तरह पुनर्वार भंग करने का, तोड़ने का प्रयास किया है लेकिन मुझे इस बात को लेकर कभी गफलत नहीं रही है कि वर्तमान काल में ऐसा करना काफी कठिन है और दिन-ब-दिन कठिन से कठिनतर होता जानेवाला है।
- मैंने हमेशा यथास्थिति को शिव के पिनाक धनुष की तरह पुनर्वार भंग करने का, तोड़ने का प्रयास किया है लेकिन मुझे इस बात को लेकर कभी गफलत नहीं रही है कि वर्तमान काल में ऐसा करना काफी कठिन है और दिन-ब-दिन कठिन से कठिनतर होता जानेवाला है।
- “ इस प्रकार से ध्यान करने के बाद मानसी पूजा करें, फ़िर कुंभ की स्थापना करेम, फ़िर गुरु की पूजा करने के बाद पीठ की पूजा करें, ” ऊँ खं खखोल्काय नम: ” मंत्र का मूर्ति में संकल्प करके पुनर्वार ध्यान करें, तथा आवाहनादि पंचपुष्पांजलिदान पर्यन्त विधिपूर्वक आवरण पूजा करें।
- वाणी विलास-मुख्य कारखाना प्रबंधक (राजभाषा विभाग) अजमेर (प0रे0), अंक-1992. 36. विशाख वाणी-मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय (राजभाषा विभाग) दक्षिण पूर्व रेलवे, वालतेरु, विशाखापट्टनम-4, अंक-12, जून-सित0-2000. 37. संकेत-अनुसंधान, न्यू माडल कालोनी, बरेली, अंक-जन0-1999. 38. संदेश-हिन्दी अनुभाग संचालन भवन, दक्षिण मध्य रेलवे, सिकन्दराबाद, अंक-दिस0-1999. 39. सबके दावेदार-सीताराम, आजमगढ़, नव0-1999. 40. स्मारिका-सं0 अरविन्द वर्मा-बेसिक कर्षण वितरण प्रशिक्षण केन्द्र मध्य रेल मथुरा जं., अंक-22, अप्रैल-1994. 41. सम्मेलन पत्रिका, लोक संस्कृति अंक-संपादक-श्री रामनाथ सुमन, पुनर्वार मुद्रित, ई0 सन् 1974, हिन्दी साहित्य सम्मेलन, प्रयाग.