Noun • toe |
पादांगुलि in English
[ padamguli ] sound:
पादांगुलि sentence in Hindi
Examples
More: Next- पाँव के पृष्ठ पर केवल पादांगुलि प्रसारणी ह्रस्वा (
- रु-भर्ग रुद्र का घोतक है, जो चक्ष पादांगुलि मूल में स्थित है।
- बहि: पादतल शाखाओं से अँगुलियों के दोनों और पादांगुलि शाखाएँ अँगुलियों के अंत तक चली जाती हैं।
- बहि: पादतल शाखाओं से अँगुलियों के दोनों और पादांगुलि शाखाएँ अँगुलियों के अंत तक चली जाती हैं।
- योग: पादांगुलि नमन पैरों की अंगुलियों के ज़रिए शरीर की में नई ऊर्जा का संचार किया जा सकता है.
- tibialis), पादांगुष्ठ प्रसारणी दीर्घा (extensor hallucis longus), पादांगुलि प्रसारणी दीर्घा (extensor digitorum longus) और तृतीय पादविवर्तनी (peroneus tertius) पेशियाँ हैं।
- इस वितान को काटने पर पहले स्तर में अंगुष्ठाप्रवर्तनी (abductor pollicis), पादांगुलि संकोचनी ्ह्रस्वा (flexor digitorum brevis) और कनिष्ठापवर्तनी (abductor digiti quinti) हैं।
- पाँव के पृष्ठ पर केवल पादांगुलि प्रसारणी ह्रस्वा (extensor digitorum brevis) पतली, चिपटी, त्रिकोणाकार पेशी स्थित है, जिसकी कंडराएँ चार भागों में विभक्त होकर अंगुष्ठ और तीन अंगुलियों की अस्थियों में लग जाती हैं।
- १. महानितंबिका (gluteus maximus), २. द्विशिरस्का औरवी (biceps femoris), ३. बृहत् पार्श्वस्या (vastus lateralis), ४. कंडराकल्पा (semitendinosus) तथा कलाकल्पा (semimembranosus), ५. परापिंडिका (gastrocnemius), ६. पिंडिका (soleus), ७. परापिंडिका तथा पिंडिका की आकिलीज़ (Achilles) कंडरा (tendon), ८. दीर्घ पाद विवर्तनी (peroneus longus) की कंडरा, ९. दीघ पादांगुलि प्रसारिणी (extensor digitorum longus), १०. लघुपाद विवर्तनी की कंडरा ११.
- लघुपादांगुलि प्रसारिणी, १२. क्रूसाकार पादस्नायु (crucial crucral ligament), १३. अनुप्रस्थ (trasverse) पादस्नायु, १४. लघुपाद विवर्तनी, १५. दीर्घ पादांगुलि प्रसारिणी १६. अग्र प्रजंघिकी (anteriior tibialis), १७. दीर्घ पादविवर्तनी, १८. ऊरु प्रावरणी ताननी (ensor fascia lata) तथा श्रोणिफलक प्रजंघिका क्षेत्र (iliotibial tract), १९. समा औरवी (retus femoris), २०. दीर्घतमा (sartorius) तथा २१. ऊरु प्रावरणी ताननी और श्रोणिफलक प्रजंघिका क्षेत्र।