• adjestument • maladjustment |
कुसमायोजन in English
[ kusamayojan ] sound:
कुसमायोजन sentence in Hindi
Examples
More: Next- कुंडली अक्ष के यांत्रिक कुसमायोजन (
- व्यक्तित्व के कुसमायोजन के लिए यही प्रत्यय जिम्मेदार होता है.
- व्यक्तित्व के कुसमायोजन के लिए यही प्रत्यय जिम्मेदार होता है.
- बालकगम्भीर हो उठता है और उसकी घबड़ाहट से कुसमायोजन के लक्षण दिखाई देनेलगते हैं.
- मनश्चिकित्सा (Psychotherapy): मानसिक/मनोवैज्ञानिक विकार या कुसमायोजन के उपचार में किसी मनोवैज्ञानिक तकनीक का उपयोग।
- यह विश्लेषणात्मक असफलता खुद को पूंजीवाद के प्रति आरोपित कई आपत्तियों में प्रकट करती है जो प्रवेश पर सरकार द्वारा लगाए गए अवरोधों (या अंतरराष्ट्रीय व्यापार पर लगाया गया अंकुश) की वजह से प्रतिस्पर्धा की अनुपस्थिति से संबद्ध है, या उस कुसमायोजन से संबद्ध है जो सरकार द्वारा किए जा रहे विभिन्न प्रकार के मूल्य नियंत्रणों से उत्पन्न होते हैं या फिर उस चक्रीय कुसमायोजन से (इसमें बड़े पैमाने की बेरोजगारी भी शामिल है)
- यह विश्लेषणात्मक असफलता खुद को पूंजीवाद के प्रति आरोपित कई आपत्तियों में प्रकट करती है जो प्रवेश पर सरकार द्वारा लगाए गए अवरोधों (या अंतरराष्ट्रीय व्यापार पर लगाया गया अंकुश) की वजह से प्रतिस्पर्धा की अनुपस्थिति से संबद्ध है, या उस कुसमायोजन से संबद्ध है जो सरकार द्वारा किए जा रहे विभिन्न प्रकार के मूल्य नियंत्रणों से उत्पन्न होते हैं या फिर उस चक्रीय कुसमायोजन से (इसमें बड़े पैमाने की बेरोजगारी भी शामिल है)
- यह विश्लेषणात्मक असफलता खुद को पूंजीवाद के प्रति आरोपित कई आपत्तियों में प्रकट करती है जो प्रवेश पर सरकार द्वारा लगाए गए अवरोधों (या अंतरराष्ट्रीय व्यापार पर लगाया गया अंकुश) की वजह से प्रतिस्पर्धा की अनुपस्थिति से संबद्ध है, या उस कुसमायोजन से संबद्ध है जो सरकार द्वारा किए जा रहे विभिन्न प्रकार के मूल्य नियंत्रणों से उत्पन्न होते हैं या फिर उस चक्रीय कुसमायोजन से (इसमें बड़े पैमाने की बेरोजगारी भी शामिल है) जो सरकार के वृहत वित्तीय विस्तार से उत्पन्न होती है।
- यह विश्लेषणात्मक असफलता खुद को पूंजीवाद के प्रति आरोपित कई आपत्तियों में प्रकट करती है जो प्रवेश पर सरकार द्वारा लगाए गए अवरोधों (या अंतरराष्ट्रीय व्यापार पर लगाया गया अंकुश) की वजह से प्रतिस्पर्धा की अनुपस्थिति से संबद्ध है, या उस कुसमायोजन से संबद्ध है जो सरकार द्वारा किए जा रहे विभिन्न प्रकार के मूल्य नियंत्रणों से उत्पन्न होते हैं या फिर उस चक्रीय कुसमायोजन से (इसमें बड़े पैमाने की बेरोजगारी भी शामिल है) जो सरकार के वृहत वित्तीय विस्तार से उत्पन्न होती है।