रसरत्नसमुच्चय sentence in Hindi
pronunciation: [ resretnesmuchechey ]
Examples
- श्रीशालिनाथ कृत रसरत्नसमुच्चय रसचिकित्सा का सर्वांगपूर्ण ग्रन्थ है ।
- 13 वीं सदीके ग्रन्थ रसरत्नसमुच्चय में जस्ता बनाने की जो
- रसशास्त्र के प्रसिद्ध ग्रंथ रसरत्नसमुच्चय का कर्ता भी वाग्भट कहा जाता है।
- रसरत्नसमुच्चय का हिमालय-वर्णनरसरत्नसमुच्चयकार वाग्भट ने अपने तन्त्र के आरंभ में हिमगिरि का ललित वर्णनकिया है.
- रसरत्नसमुच्चय में वंग धातु तथा वैग भस्म दोनों के गुणों की विवेचना की गई है।
- कुछ अन्य महत्वपूर्ण पुस्तकें हैं-रसकल्प, रसरत्नसमुच्चय, रसजलनिधि, रसप्रकाश सुधाकर, रसेंद्रकल्पद्रुम, रसप्रदीप तथा रसमंगल आदि।
- ग्रन्थ रसरत्नसमुच्चय में कुछ धातुएं जैसे तांबा, पीतल, चांदी और सोना के औषधीय गुणों की महत्ता बतायी गयी है।
- और उसने यह नकल भारत से की क्योंकि 13 वीं सदीके ग्रन्थ रसरत्नसमुच्चय में जस्ता बनाने की जो विधि दी है, ब्रिस्टल विधि उसी प्रकार की है।
- पिता और पुत्र के नामों में समानता देखकर, कई विद्वान् अष्टांगसंग्रह और रसरत्नसमुच्चय के कर्ता को एक ही मानते हैं परंतु वास्तव में ये दोनों भिन्न व्यक्ति हैं (रसशास्त्र, पृष्ठ 110)।
- आयुर्वेद में रसरत्नसमुच्चय ग्रंथ के पांचवें अध्याय के श्लोक 46 में कहा गया है कि अंदर तथा बाहर से अच्छी तरह से साफ किए हुए तांबे या पीतल (यह मिश्र धातु 70 प्रतिशत तांबा और 30 प्रतिशत जस्ते का संयुग है) के बर्तनों में करीब आठ से दस घंटे तक रखे पानी में तांबे और जस्ते के गुण संक्रमित होते हैं और यह पानी (ताम्रजल) संपूर्ण शरीर के लिए लाभदायक होता है।
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