तिदरी sentence in Hindi
pronunciation: [ tideri ]
"तिदरी" meaning in English "तिदरी" meaning in Hindi
Examples
- एक तिदरी थी जिसकी दो मेहराबों की दरारों में ईंटों पर कानपुरी चिडियों के घोंसले नज़र आ रहे थे।
- एक तिदरी थी जिसकी दो मेहराबों की दरारों में ईंटों पर कानपुरी चिडियों के घोंसले नज़र आ रहे थे।
- और नीलम को अभी भी लग रहा था जैसे बिब्बी भीतर तिदरी में पलंग पर पड़ी हैं और कह रही हैं “
- उस दिन एक लंबी साँस भरी सरोज ने और फिर खाली खाली इतनी बड़ी तिदरी को नज़र भर कर देखने लगी …
- तिदरी मे आरती की तैय्यारी करते राम आसरे पुजारी पर फट कर बरस पड़ी-” पंडत जी! घंटी बजाने तक तो ठीक है, पर कच्ची लगाकर ' गरभ गिर ' मे घुसे तो, अल्ला कसम, चौखट सर पे आन पड़ेगी।
- डर के मारे लकड़हारे ने अपने बच्चे का हाथ पकड़ा और तिदरी (कमरा) में रक्खे हुए बड़े से कुठले (बड़ा मिट्टी का बर्तन जिसमें अनाज रक्खा जाता है और उसमें नीचे एक छेद होता है जहां से अनाज निकालते हैं), मे घुस कर बैठ गया.
- आप क्या बताएँगी, हम खुद ही जान लेंगे … ” बाहर से फिर वही आवाज़ आई | ऊपर तिदरी में भाभी और ताई को छोड़कर सारी औरतें डरी सहमी खड़ी थीं | “ क बात समझ नहीं आई दरोगन जी, ये दोनों भाई क्या एक साथ ही गए अपनी अपनी ससुराल? ” बाहर वाले आदमी ने फिर पूछा |
- तिदरी में माँ का स्वागत चल रहा था | औरतें माँ का घूँघट हटाकर मुँह दिखाई की रस्म अदा करने में लगी हुई थीं | माँ को उपहार और रूपये दिये जा रहे थे | माँ वैसे ही गर्दन नीचे झुकाए बैठी थीं | कुछ औरतें ढोलक बजकर गीत गा रही थीं | बुआ माँ के साथ साए की तरह चिपकी हुई थीं |
- सरोज से वहाँ रुका नहीं गया और ऊपर अपनी तिदरी में भाग गई | पलँग पर खुद को फेंक कर तकिये मुँह छिपाकर फफक उठी थी सरोज-पर कौन था उस वक़्त वहाँ जो उसे चुप कराता-भाभी बेहोश, दादी गुमसुम, पिताजी और चाचा मिट्टी को उठाने के चक्कर में व्यस्त, और चाची? वो तो खुश थी शायद …
- उस रात नानाजी और महेश मामा वहीँ ऊपर वाली तिदरी में सोए थे सरोज के पास | अगली सुबह जब सरोज की आँख खुली तो पिताजी वहीँ बैठे थे और नानाजी उन्हें समझा रहे थे “ पण्डित जी ऐसे कैसे काम चलेगा? ज़रा सोचो तो कौन संभालेगा लाली को? इसकी नानी भी नहीं रही जो सँभाल लेती | और अपने घर की औरतों का तो आपको पता ही है | कुछ तो सोचना ही पड़ेगा ना … ”
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