तत्वार्थाधिगमसूत्र sentence in Hindi
pronunciation: [ tetvaarethaadhigamesuter ]
Examples
- संस्कृत में उमास्वाति का ' तत्वार्थाधिगमसूत्र ', सिद्धसेन दिवाकर का ' न्यायावतार ', नेमिचंद्र का ' द्रव्यसंग्रह ', मल्लिसेन की ' स्याद्धादमंजरी ', प्रभाचंद्र का ' प्रमेय कमलमातंड ', आदि प्रसिद्ध दार्शनिक ग्रंथ है।
- स्थाणुमन्ये%नुसयति यथाकर्म यथाश्रुतम् (2-27)“ इस श्रुति से एवं श्रीमद्भागवत के ”अण्डेषु पेशिष तरुष्वनिश्चितेषु प्राणो हि जीवमुपधावति तत्र तत्र (11-3-39)“ इस श्लोक से तथा श्री उमास्वामी के तत्वार्थाधिगमसूत्र (2-22) के ”वनस्पत्यन्तानामेकम्” इस वाक्य से विदित होता है, भारतीय आस्तिक विचारक तथा जैन दार्शनिक दोनों ही वनस्पत्यादि स्थावर तथा पृथिवी आदि जंगम जड़ पदार्थों में भी आत्मा का अस्तित्व मानते रहे हैं।
- जैसा कठोपनिषद “ योनिमन्ये प्रपद्यंते शरीरत्वाय देहिन: स्थाणुमन्येऽनुसयति यथाकर्म यथाश्रुतम् ” (2-27) इस श्रुति से एवं श्रीमद्भागवत के “ अण्डेषु पेशिष तरुष्वनिश्चितेषु प्राणो हि जीवमुपधावति तत्र तत्र (11-3-39) ” इस श्लोक से तथा श्री उमास्वामी के तत्वार्थाधिगमसूत्र (2-22) के “ वनस्पत्यन्तानामेकम् ” इस वाक्य से विदित होता है, भारतीय आस्तिक विचारक तथा जैन दार्शनिक दोनों ही वनस्पत्यादि स्थावर तथा पृथिवी आदि जंगम जड़ पदार्थों में भी आत्मा का अस्तित्व मानते रहे हैं।