conventionally sentence in Hindi
"conventionally" meaning in Hindi conventionally in a sentenceExamples
- The de facto solution offered by the medieval synthesis broke down with the arrival of modernity imposed by the Europeans, conventionally dated to Napoleon's attack on Egypt in 1798. This challenge pulled most Muslims in opposite directions over the next two centuries, to Westernization or to Islamization.
मध्यकालीन संश्लेषण ने जो अघोषित समाधान प्रस्तुत किया था वह यूरोप द्वारा थोपी गयी आधुनिकता के आने के साथ ही समाप्त हो गया जिसे कि परम्परागत रूप से 1798 में मिस्र पर नेपोलियन के आक्रमण के समय से माना जाता है। इस चुनौती ने मुसलमानों को अगली दो शताब्दियों तक दो परस्पर विरोधी दिशाओं में धकेल दिया या तो पश्चिमीकरण या फिर इस्लामीकरण। - For nearly 60 years, Arab rejectionists, now joined by Iranian and leftist counterparts, have tried to eliminate Israel through multiple strategies: they work to undermine its legitimacy intellectually, overwhelm it demographically, isolate it economically, restrain its defenses diplomatically, fight it conventionally, demoralize it with terror, and threaten to destroy it with WMDs. While the enemies of Israel have pursued their goals with energy and will, they have met few successes.
प्रायः 60 वर्षों से अरब के लोग जो इजरायल को मान्यता नहीं देते वे अपने ईरानी औ वामपंथी मित्र्रों के साथ इजरायल को अनेक रणनीतियों के द्वारा नष्ट करने का प्रयास करते हैं उनका प्रयास होता है कि वे बौद्धिक आधार पर इसकी विधिक मान्यता को कमतर करें, भूजनाँकिकी आधार पर यहाँ बढोत्तरी करें, आर्थिक आधार पर इसे अलग थलग कर दें, कूटनीतिक आधार पर इसकी रक्षात्मकता को रोकें, इससे परम्परागत आधार पर लडें, आतंक के आधार इसका मनोबल तोडें और जसंहारक हथियारों के आधार पर इसे नष्ट करने की धमकी दें। जब एक ओर इजरायल के शत्रुओं ने अपने लक्ष्य को पूरी ऊर्जा और इच्छा के साथ प्राप्त करने का प्रयास किया है और उन्हें कुछ सफलता भी मिली है। - Since Goldziher's day, scholars have been actively pursuing his approach, deepening and developing it into an full-scale account of early Islamic history, one which disputes nearly every detail of Muhammad's life as conventionally understood - born in 570 A.D., first revelation in 610, flight to Medina in 622, death in 632. But this revisionist history has remained a virtual secret among specialists. For example, Patricia Crone and Michael Cook, authors of the synoptic Hagarism (Cambridge University Press, 1977), deliberately wrote obliquely, thereby hiding their message. Cover of Hagarism .
गोल्दजिहर के दिनों से ही विद्वान उसी आधार पर कार्य करते आये हैं और इस्लाम के आरम्भिक दिनों के इतिहास में गहराई से प्रवेश करते हैं और उसके प्रत्येक पहलू का अध्ययन करते हैं जो कि मोहम्मद के जीवन से सम्बंधित प्रत्येक वर्णन पर विवाद उत्पन्न करता है जिसके बारे में परम्परागत तौर पर माना जाता है कि उनका जन्म 570 ईसवी में हुआ , 610 ईसवी में पहली बार उन्हें दैवीय संदेश मिला , 622 में मदीना का युद्ध हुआ और 632 में उनकी मृत्यु हो गयी। परंतु बार बार दुहराया जाने वाला यह इतिहास विशेषज्ञों के मध्य एक लगभग रह्स्य बना हुआ है। उदाहरण के लिये पैट्रिसिया क्रोन और माइकल कुक जिन्होंने कि एक शोधपत्र की भूमिका के रूप में Hagarism (Cambridge University Press, 1977) लिखा था जिसे कि जानबूझकर ऐसा लिखा गया था कि अपने संदेश को छुपाया जा सके। - The Christian quality of early Islam is no less strange, specifically “traces of a Christian text underlying the Qur'an.” Properly understood, these traces elucidate otherwise incomprehensible passages. Conventionally read, verse 19:24 has Mary nonsensically hearing, as she gives birth to Jesus, “Do not be sad, your Lord has placed a rivulet beneath you.” Revisionists transform this into the sensible (and piously Christian), “Do not be sad, your Lord has made your delivery legitimate.” Puzzling verses about the “Night of Power” commemorating Muhammad's first revelation make sense when understood as describing Christmas. Chapter 97 of the Koran, astonishingly, invites readers to a Eucharist. Cover of Did Muhammad Exist .
आरम्भिक इस्लाम के गुण वाली ईसाई गुणवत्ता भी कोई कम अचरज भरी नहीं है विशेष रूप से “ ईसाई पाठ के अंश जो कि कुरान की ही भाँति हैं” । यदि सही रूप से देखा जाये तो ये अंश एक तरह से असमंजस वाले वाक्याँशों को और स्पष्ट करते हैं। परम्परागत रूप से आयत 19:24 को यदि पढा जाये मेरी मूर्खतापूर्ण ढंग से सुनती है कि उन्होंने जीसस को जन्म दिया है , “ दुखी मत हो ईश्वर ने तुम्हारे नीचे एक नदी रख दी है” इसे अभ्यासवादी इस रूप में अधिक बुद्धिमत्तापूर्ण बनाते हैं और ( पवित्र ईसाई भी) “ दुखी मत हो तुम्हारे ईश्वर ने तुम्हारी सन्तान को जन्म देने को नैतिक और विधिक बना दिया है” “ रात्रि की शक्ति” जैसी उलझन भरी आयत जो कि मोहम्मद के प्रथम दैवीय संदेश को समर्पित है वह उस समय समझ में आती है जब कि क्रिसमस को समझाया जाता है। आश्चर्य ढंग से कुरान का अध्याय 97 लोगों को चर्च में ईश्वर के साथ सम्मिलन में आमन्त्रित करता है।