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रण क्षेत्र sentence in Hindi

pronunciation: [ ran ksetra ]
रण क्षेत्र meaning in English

Examples

  1. आर्द्र पर्यावरण (यानी उमस), कुछ समय खूब गर्मी और कुछ समय कड़ाके की ठंड, दूर-दूर तक सपाट बारीक-चिकनी मिट्टी का मैदान कच्छ के रण क्षेत्र को एक बिलकुल अलग आकार देता है।
  2. इस बीच नदी पर से शत्रुओं के नियंत्रण को समाप्त करने के लिए हज़रत अब्बास रण क्षेत्र में आए और ऐसा युद्ध किया कि शत्रुओं को भागने की जगह नहीं मिल रही थी।
  3. राणा प्रताप, छत्रपति शिवाजी, रण चण्डी लक्ष्मीबाई, सरदार भगतसिंह आदि यदि संघर्ष के रण क्षेत्र में न उतरे होते तो वे सामान्य नागरिकों से अधिक कोई श्रेय न पा सके होते।
  4. द्वितीय विश्वयुद्ध के समय बर्मा में सैम मानेकशॉ ने जापानी सेना के आक्रमण के खिलाफ अद्भुत बहादुरी से लड़ाई लड़ी और इसके लिए वे रण क्षेत्र में ही सम्मानित होने का अभूतपूर्व उदाहरण बन गए थे।
  5. कृष्ण प्रताप सिंह यह एक संयोग (कायदे से दुर्योग) ही था कि उधर विश्व हिन्दू परिषद ने अयोध्या को रण क्षेत्र में बदलने के लिए दाँत किटकिटा रहा था और इधर मेरे भीतर सोये नन्हें पत्रकार ने आँखें मलनी शुरू की ।
  6. मैं उसकी जिजीविषा का कायल हूं बस इसीलिये मेरी उम्मीद कभी मरती नहीं! और भाई यहां रण क्षेत्र में, मै स्वयं भी, किसी भी समय हताहत हो सकता हूँ तो क्या इसके लिये सारी आशायें आज ही त्याग दूं:)
  7. स्वर्ग अगर है तो उस जैसे जुएबाज, अपने छोटे भाई की कमाई हुई स्त्री में हिस्सा बँटानेवाले, उस असहाय स्त्री की सार्वजनिक बेइज्जती का मौन दर्शक बने रहनेवाले और रण क्षेत्र में अर्धसत्य का इस्तेमाल करनेवाले राजपुत्र के लिए स्वर्ग के दरवाजे खुल ही नहीं सकते।
  8. बाबा को कहना शत्रु के सर मै काटकर के लाऊंगा पीठ कभी ना दिखेगी सीने पे गोली खाऊंगा आज ही सबसे कहे बेटा गया रण क्षेत्र में मैं जान दे दूंगा मगर देश का सर नहीं झुकाऊँगा वो गमछे में छुपकर रोएंगे तुम हिम्मत दिलाए रखना प्रियतमा दीपक जलाए रखना
  9. किस दिन हिन्दी पत्र अपने पत्रों के कार्यालयों से देश के शासक भिजवा सकेंगे? किस दिन कहा जायेगा कि अमुक रण क्षेत्र का लड़ाका अमुक धारासभा का सभापित, अनुक वैदेशिक मंत्री, हिन्दी उपसंपादक ता? किस दिन हमारे तरूण युद्ध क्षेत्रों में लड़ाई के कप्तानों से सुनेंगे ‘अच्छा एडीटर साहब बिना इजाजत आप अमुक सीमा से बाहर नहीं जा सकते ।
  10. लेकिन अपने 10 साल के पत्रकारिता कैरियर में आज तक मैनें किसी के ऊपर उंगली नहीं उठायी फिर इनके ऊपर क्यों? अगर मेरे अन्दर प्रतिभा है और अपने ऊपर विश्वास है तो मैं कहीं भी काम कर सकती हूं लेकिन मेरे ऊपर कोई बेगुनाह मीडिया जैसे रण क्षेत्र में बदनाम करे तो अगर मैं चुप रहती हूं तो गलत साबित होती हूं।
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