भोजनदायी sentence in Hindi
pronunciation: [ bhojanadayi ]
Examples
- इसका यह गुण वी एस वी जी प्रोटीन के बिशेषता है जिससे कि ये वाहक ढंका होता है. वायरस वाहकों द्वारा सभी कोशिकाओं को संक्रमित करने कि इस क्षमता को सिर्फ एक या कुस्छ भोजनदायी कोशिकाओं को संक्रमित करने तक सीमित करने के लिए कई प्रयास किये गए हैं.यह विकास वाहकों कि अपेक्षाकृत काफी कम मात्र का यथाक्रम प्रशासन करने का अवसर देगा.अलक्षित कोशिकाओं के रूपांतरण कि क्षमता सीमित हो जायेगी और चिकित्सा समुदाय कि कई चिंताओं का निवारण हो जाएगा.
- सभी वायरस अपने भोजनदायी से बंधे हुए होते हैं और ये द्विगुणन या प्रतिकृति चक्र के एक हिस्से के दौरान अपनी आनुवंशिक सामग्री को भोजनदायी की कोशिका में छोड़ते हैं. यह आनुवंशिक सामग्री में इस बात के मूल 'निर्देश' दिए हुए होते हैं कि इस प्रकार के वायरसों की सामान प्रतियों को कैसे उत्पन्न करें, और भोजनदायी के शरीर में उत्पादन के लिए प्रयोग होने वाले भोजनदायी के अंगो या यंत्रों को किस तरह चुराकर वायरस की ज़रूरतों को पूरा किया जाए.
- सभी वायरस अपने भोजनदायी से बंधे हुए होते हैं और ये द्विगुणन या प्रतिकृति चक्र के एक हिस्से के दौरान अपनी आनुवंशिक सामग्री को भोजनदायी की कोशिका में छोड़ते हैं. यह आनुवंशिक सामग्री में इस बात के मूल 'निर्देश' दिए हुए होते हैं कि इस प्रकार के वायरसों की सामान प्रतियों को कैसे उत्पन्न करें, और भोजनदायी के शरीर में उत्पादन के लिए प्रयोग होने वाले भोजनदायी के अंगो या यंत्रों को किस तरह चुराकर वायरस की ज़रूरतों को पूरा किया जाए.
- सभी वायरस अपने भोजनदायी से बंधे हुए होते हैं और ये द्विगुणन या प्रतिकृति चक्र के एक हिस्से के दौरान अपनी आनुवंशिक सामग्री को भोजनदायी की कोशिका में छोड़ते हैं. यह आनुवंशिक सामग्री में इस बात के मूल 'निर्देश' दिए हुए होते हैं कि इस प्रकार के वायरसों की सामान प्रतियों को कैसे उत्पन्न करें, और भोजनदायी के शरीर में उत्पादन के लिए प्रयोग होने वाले भोजनदायी के अंगो या यंत्रों को किस तरह चुराकर वायरस की ज़रूरतों को पूरा किया जाए.
- सभी वायरस अपने भोजनदायी से बंधे हुए होते हैं और ये द्विगुणन या प्रतिकृति चक्र के एक हिस्से के दौरान अपनी आनुवंशिक सामग्री को भोजनदायी की कोशिका में छोड़ते हैं. यह आनुवंशिक सामग्री में इस बात के मूल 'निर्देश' दिए हुए होते हैं कि इस प्रकार के वायरसों की सामान प्रतियों को कैसे उत्पन्न करें, और भोजनदायी के शरीर में उत्पादन के लिए प्रयोग होने वाले भोजनदायी के अंगो या यंत्रों को किस तरह चुराकर वायरस की ज़रूरतों को पूरा किया जाए.
- सभी वायरस अपने भोजनदायी से बंधे हुए होते हैं और ये द्विगुणन या प्रतिकृति चक्र के एक हिस्से के दौरान अपनी आनुवंशिक सामग्री को भोजनदायी की कोशिका में छोड़ते हैं. यह आनुवंशिक सामग्री में इस बात के मूल 'निर्देश' दिए हुए होते हैं कि इस प्रकार के वायरसों की सामान प्रतियों को कैसे उत्पन्न करें, और भोजनदायी के शरीर में उत्पादन के लिए प्रयोग होने वाले भोजनदायी के अंगो या यंत्रों को किस तरह चुराकर वायरस की ज़रूरतों को पूरा किया जाए.
- सभी वायरस अपने भोजनदायी से बंधे हुए होते हैं और ये द्विगुणन या प्रतिकृति चक्र के एक हिस्से के दौरान अपनी आनुवंशिक सामग्री को भोजनदायी की कोशिका में छोड़ते हैं. यह आनुवंशिक सामग्री में इस बात के मूल 'निर्देश' दिए हुए होते हैं कि इस प्रकार के वायरसों की सामान प्रतियों को कैसे उत्पन्न करें, और भोजनदायी के शरीर में उत्पादन के लिए प्रयोग होने वाले भोजनदायी के अंगो या यंत्रों को किस तरह चुराकर वायरस की ज़रूरतों को पूरा किया जाए.
- सभी वायरस अपने भोजनदायी से बंधे हुए होते हैं और ये द्विगुणन या प्रतिकृति चक्र के एक हिस्से के दौरान अपनी आनुवंशिक सामग्री को भोजनदायी की कोशिका में छोड़ते हैं. यह आनुवंशिक सामग्री में इस बात के मूल 'निर्देश' दिए हुए होते हैं कि इस प्रकार के वायरसों की सामान प्रतियों को कैसे उत्पन्न करें, और भोजनदायी के शरीर में उत्पादन के लिए प्रयोग होने वाले भोजनदायी के अंगो या यंत्रों को किस तरह चुराकर वायरस की ज़रूरतों को पूरा किया जाए.
- सभी वायरस अपने भोजनदायी से बंधे हुए होते हैं और ये द्विगुणन या प्रतिकृति चक्र के एक हिस्से के दौरान अपनी आनुवंशिक सामग्री को भोजनदायी की कोशिका में छोड़ते हैं. यह आनुवंशिक सामग्री में इस बात के मूल 'निर्देश' दिए हुए होते हैं कि इस प्रकार के वायरसों की सामान प्रतियों को कैसे उत्पन्न करें, और भोजनदायी के शरीर में उत्पादन के लिए प्रयोग होने वाले भोजनदायी के अंगो या यंत्रों को किस तरह चुराकर वायरस की ज़रूरतों को पूरा किया जाए.
- भोजनदायी की कोशिकाएं इन निर्देशों का पालन करेंगी और वायरसों की और प्रतियाँ उत्पन्न करेंगी, जिससे कि अधिक से अधिक और कोशिकाएं संक्रमित होंगी.वायरस के कुछ प्रकार के भौतिक रूप से भोजनदायी के जीनोम में अपने जीन डाल देते हैं,(यह रेट्रोवायरस की एक निर्धारक विशेषता है, जो की वायरस का वो परिवार है जिसमें शामिल हैं एचआईवी, इस परिवार के वायरस रिवर्स ट्रांसस्क्रिप्टेज एंजाइम को भोजनदायी में डाल देते हैं और फिर भोजनदायी का आर एन ए स्वयं इके लिए “निर्देश” का काम करता है).