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उपांशु sentence in Hindi

pronunciation: [ upamshu ]
उपांशु meaning in English

Examples

  1. मनुष्य को शीघ्र सिद्धि प्राप्ति के लिए यह जानकारी दे दें कि वाचिक जप एक गुना फल प्रदान करता है, उपांशु जप सौ गुना फल देता है।
  2. जप करते समय होंठ हिले पर ध्वनि प्रकट नहीं हो अर्थात् जप करने वाले के पास से काई अन्य ध्वनि सुनाई न दे तो इसे उपांशु जप कहते हैं।
  3. माला धारण करने से लाभ होंठ व जीभ मिलाकर उपांशु जप करने वाले साधकों को कंठ की धमनियों का प्रयोग करना पड़ता, जिसके लिये अधिक श्रम करना पड़ता है।
  4. जिसमें जीभ और ओंठ हिलते रहें, सुनाई न दे, वह उपांशु है और जिसमें ओंठ बन्द रहें जीभ चिपकी रहे और जाप मन में होता रहे, वह मानस (मानसिक) है।
  5. अपने-अपने धर्मों के मंत्र या शुभ पंक्तियों का गहरी सांस लेकर दोहराव या उपांशु जप (धीमी आवाज में या फुसफुसाते हुए) आपके मस्तिष्क को सक्रिय रखने में सहायक सिद्ध होगा।
  6. और जो मानसिक, वाचिक और उपांशु जाप की बात कही जाती है, उसमें भी सिर्फ ध्वनियों के हल्के भारी किए जाने की प्रक्रिया ही काम में लाई जाती है।
  7. जिसमें शब्द तो सुनाई नहीं देता, किन्तु होठ हिलते हुए नजर आते हैं, उसे उपांशु कहते हैं और अर्थज्ञानपूर्वक मन से ही किया जाने वाला जप मानस जप कहलाता है।
  8. उपांशु जप-जप करने वालों की जिस जप में केवल जीभ हिलती है या बिल्कुल धीमी गति में जप किया जाता है जिसका श्रवण दूसरा नहीं कर पाता वह उपांशु जप कहलाता है।
  9. उपांशु जप-जप करने वालों की जिस जप में केवल जीभ हिलती है या बिल्कुल धीमी गति में जप किया जाता है जिसका श्रवण दूसरा नहीं कर पाता वह उपांशु जप कहलाता है।
  10. उल्लसितमनः सरस्वती नें छात्रों की ध्यानमयी स्तुति में विघ्न न पड़ॆ ऎसा ध्यान रखते हुए अन्दर झाँक कर देखा तो पद्मासन में स्थित मुनि वशिष्ठ उपांशु स्वरों में ' ओम् भूर भुवःऽऽऽऽऽ' गायत्रीमन्त्र का जप कर रहे थे।
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