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घनसत्व sentence in Hindi

pronunciation: [ ghanasatva ]
घनसत्व meaning in English

Examples

  1. आप परेशान न हों आयुर्वेद में इसे गर्भाशय भ्रंश कहते हैं आप उन्हें निम्न उपचार दें-१. अशोक घनसत्व २ ० ग्राम + संगजराहत भस्म २ ० ग्राम + कुक्कुटाण्डत्वक भस्म १ ० ग्राम + लौह भस्म ५ ग्राम + बंग भस्म ५ ग्राम ; इन सबको मिला कर इनकी कुल साठ पुडि़या बना लीजिये।
  2. वासा का प्रयोग चाहे स्वरस के रूप में करे या अवलेह के रूपमें या क्वाथ के रूप में या क्षार के रूप में या धूम्रपान के रूप में या अर्कके रूप में या घनसत्व के रूप में या शर्बत के रूप में या घृत के रूप में याकिसी भी रूप में करे यह क्षय रोग में छाती और फेफड़ों के रोग के लिये अत्यन्तगुणकारी है.
  3. कुछ बड़ी कम्पनियां इन घनसत्वों को कैप्सूल के रूप में बना कर भारी मुनाफ़ा कमा कर मरीजो की जेबें काट रही हैं, आप साधारणतया इन्हें घर पर नहीं बना सकते जैसे कोई आपसे कहें कि चाय को इतना उबालिये कि वह चूर्ण रूप में आपको मिल जाए तो वह चाय का घनसत्व होगा इसलिये ये एक श्रमसाध्य कठिन कार्य है जिसके लिये अनुभवी लोगों की जरूरत होती है।
  4. विद्यार्थियों के लिये तो यह योग बेजोड़ है-१. रजत सिंदूर ५ ग्राम + रजत भस्म ५ ग्राम + शतपुटी अभ्रक भस्म १ ० ग्राम + स्वर्णमाक्षिक भस्म १ ० ग्राम + गिलोय सत्व १ ० ग्राम + सर्पगन्धा घनसत्व १ ० ग्राम + अश्वगन्धा घनसत्व १ ० ग्राम + शंखपुष्पी घनसत्व १ ० ग्राम + ब्राम्ही घनसत्व १ ० ग्राम + बच घनसत्व १ ० ग्राम + जटामांसी घनसत्व १ ० ग्राम इन सभी को मजबूत हाथों से कस कर घुटाई करवा लीजिये।
  5. विद्यार्थियों के लिये तो यह योग बेजोड़ है-१. रजत सिंदूर ५ ग्राम + रजत भस्म ५ ग्राम + शतपुटी अभ्रक भस्म १ ० ग्राम + स्वर्णमाक्षिक भस्म १ ० ग्राम + गिलोय सत्व १ ० ग्राम + सर्पगन्धा घनसत्व १ ० ग्राम + अश्वगन्धा घनसत्व १ ० ग्राम + शंखपुष्पी घनसत्व १ ० ग्राम + ब्राम्ही घनसत्व १ ० ग्राम + बच घनसत्व १ ० ग्राम + जटामांसी घनसत्व १ ० ग्राम इन सभी को मजबूत हाथों से कस कर घुटाई करवा लीजिये।
  6. विद्यार्थियों के लिये तो यह योग बेजोड़ है-१. रजत सिंदूर ५ ग्राम + रजत भस्म ५ ग्राम + शतपुटी अभ्रक भस्म १ ० ग्राम + स्वर्णमाक्षिक भस्म १ ० ग्राम + गिलोय सत्व १ ० ग्राम + सर्पगन्धा घनसत्व १ ० ग्राम + अश्वगन्धा घनसत्व १ ० ग्राम + शंखपुष्पी घनसत्व १ ० ग्राम + ब्राम्ही घनसत्व १ ० ग्राम + बच घनसत्व १ ० ग्राम + जटामांसी घनसत्व १ ० ग्राम इन सभी को मजबूत हाथों से कस कर घुटाई करवा लीजिये।
  7. विद्यार्थियों के लिये तो यह योग बेजोड़ है-१. रजत सिंदूर ५ ग्राम + रजत भस्म ५ ग्राम + शतपुटी अभ्रक भस्म १ ० ग्राम + स्वर्णमाक्षिक भस्म १ ० ग्राम + गिलोय सत्व १ ० ग्राम + सर्पगन्धा घनसत्व १ ० ग्राम + अश्वगन्धा घनसत्व १ ० ग्राम + शंखपुष्पी घनसत्व १ ० ग्राम + ब्राम्ही घनसत्व १ ० ग्राम + बच घनसत्व १ ० ग्राम + जटामांसी घनसत्व १ ० ग्राम इन सभी को मजबूत हाथों से कस कर घुटाई करवा लीजिये।
  8. विद्यार्थियों के लिये तो यह योग बेजोड़ है-१. रजत सिंदूर ५ ग्राम + रजत भस्म ५ ग्राम + शतपुटी अभ्रक भस्म १ ० ग्राम + स्वर्णमाक्षिक भस्म १ ० ग्राम + गिलोय सत्व १ ० ग्राम + सर्पगन्धा घनसत्व १ ० ग्राम + अश्वगन्धा घनसत्व १ ० ग्राम + शंखपुष्पी घनसत्व १ ० ग्राम + ब्राम्ही घनसत्व १ ० ग्राम + बच घनसत्व १ ० ग्राम + जटामांसी घनसत्व १ ० ग्राम इन सभी को मजबूत हाथों से कस कर घुटाई करवा लीजिये।
  9. विद्यार्थियों के लिये तो यह योग बेजोड़ है-१. रजत सिंदूर ५ ग्राम + रजत भस्म ५ ग्राम + शतपुटी अभ्रक भस्म १ ० ग्राम + स्वर्णमाक्षिक भस्म १ ० ग्राम + गिलोय सत्व १ ० ग्राम + सर्पगन्धा घनसत्व १ ० ग्राम + अश्वगन्धा घनसत्व १ ० ग्राम + शंखपुष्पी घनसत्व १ ० ग्राम + ब्राम्ही घनसत्व १ ० ग्राम + बच घनसत्व १ ० ग्राम + जटामांसी घनसत्व १ ० ग्राम इन सभी को मजबूत हाथों से कस कर घुटाई करवा लीजिये।
  10. आंवला घनसत्व + हरड़ घनसत्व + मुलैहठी घनसत्व + भृंगराज घनसत्व २०-२० ग्राम ले कर इस मिश्रण में २० ग्राम स्वर्णमाक्षिक भस्म मिला कर इसकी एक ग्राम मात्रा दिन में दो बार ठंडे जल के साथ लीजिये (इस दवा को बीज निकाले हुए खाली मुनक्के या खाली कैप्सूल में भर कर लिया जा सकता है) २. भृंगराज + आंवला + मिश्री + साबुत काले तिल २५-२५ ग्राम मिला कर रख लें व इस योग को भी एक-एक ग्राम मात्रा दिन में दो बार ठंडे जल के साथ लीजिये।
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