×

उखाड़ फेकना sentence in Hindi

pronunciation: [ ukhada phekana ]
उखाड़ फेकना meaning in English

Examples

  1. इतिहास साक्षी है जब जब इस तरह का भ्रष्ट शासन राज्य किया तब तब देश में एक ऐसी क्रान्ति आई ें जिसके सामने तानाशाह शासन को घुटने टेकने पड़े, ठीक वही वक्त आ गया है जब देश के दुश्मनों को बाबा रामदेव के साथ मिलकर उखाड़ फेकना है.
  2. इतने दुख को पुनः याद करने के बाद अगर जीना है तो उस दुख को उखाड़ फेकना होगा, और इसीलिये संगीत निर्देशक-अमित त्रिवेदी ने गायिका-अदिति सिंह शर्मा से बहुत तेज रफ्तार में यह पंक्तियाँ गवाईं हैं-यही मेरी ज़िंदगी है, ज़िंदगी है ज़िंदगी ज़िंदगी
  3. ६. मार्च २ ० १ ० मैं गृह सचिव जी के पिल्लई का यह बयान की माओवादिओं का उद्देश्य २ ० ५ ० तक भारतीय लोकतंत्र को उखाड़ फेकना है माओवादि चाहे तो भारतीय अर्थ व्यवस्था को घुटनों के बल बिठा सकतें है देश के गृह सचिव द्वारा माओवादियों का महिमामंडन है
  4. लेकिन फिर भी तुम सही हो अन्ना: इस सबके बाद भी तुम सही हो अन्ना, लेखन चिंतन में अन्ना भारत में ऐसे लोग 10 लाख हैं, जो कुछ करना चाहते हैं, ऐसे लोग 1 लाख हैं जो व्यवस्था को उखाड़ फेकना चाहते हैं, वो भी बिना किसी ऑल्टनेट के।
  5. दमणी को सही श्रधंजलि होगी, ओर ऐसी सरकार को उखाड़ फेकना होगा जो सिर्फ़ पैसा कामना ओर आम जनता के दिलो से खेलना जानते हे, हम संकल्प ले आने वेल चुनाओ मे हम ऐसी सरकार लाए जो हुमारे लिए हो, सिर्फ़ खुद का पैसा बनाने के लिए नही. अब हमे जागना होगा....
  6. इन्होंने तय कर लिया है कि उन्हें शाश्वत मूल्यों का हर स्थिति में खंडन करना है, भारतीय सांस्कृतिक मूल्यों को उखाड़ फेकना है, भारत से जुडी जो भी प्राचीन मान्यताएं हैं उन सभी की धज्जियां उड़ा देनी हैं, क्योंकि वे उनके मूल्यों की परिधि में स्वयं को श्रेष्ठ नहीं बना सके, क्योंकि वे उन मूल्यों की कठिन परीक्षाओं को उत्तीर्ण नहीं कर सके,.
  7. सभा को सम्बोधित करते हुए पार्टी के प्रदेष अध्यक्ष सुरेष निरंजन भइया जी ने कहा कि इस समय देष की जनता मॅहगाई से त्राहि-त्राहि कर रही है उस पर सरकार ने पेट्रोल के दाम में अभूतपूर्व वृद्धि करके आम जनता के साथ क्रूर मजाक किया है जनता को इस जन विरोधी सरकार को उखाड़ फेकना चाहिए क्योंकि इस सरकार ने सत्ता में रहने का अधिकार खो दिया है ।
  8. नक्सलियों द्वारा पटरी उखाड़ फेकना, सड़क बिजली को नुकसान पहुंचाना, निश्चित तौर पर ये उनके मंसुबे को जाहिर करता है कि वे विकास के पक्षधर कतई नहीं है फिर आख़िर मसला क्या है, नक्सलियों के इरादें क्या है, क्यों युवा इन लोगो के साथ शामिल होते जा रहे है स्थानीय लोग क्यों इनका मौन सहमति के साथ शुर में शुर मिलाते है सलवा जुडुम जैसे स्वस्फूर्त आंदोलन को छोड़ दिया जाए तो इक्का दुक्का ही संगठन सामने आते है जो नक्सली आंदोलन का डटकर सामना कर रहे हो ।
More:   Prev  Next


PC Version
हिंदी संस्करण


Copyright © 2023 WordTech Co.