हिंसात्मक व्यवहार sentence in Hindi
pronunciation: [ hinesaatemk veyvhaar ]
"हिंसात्मक व्यवहार" meaning in English
Examples
- वैसे मानसिक रोगियों में आत्महत्या, परहत्या या हिंसात्मक व्यवहार की प्रवृत्ति तो आम है, परन्तु मानसिक रोगियों के व्यवहार से उनके करीबी परिजनों के मन में पैदा होने वाली घोर हताशा व आत्महत्या की प्रवृत्ति अभी तक एक अनुछुआ पहलू रहा है।
- वैसे भी प्रेक्टिकल रूप से ये तो संभव ही नहीं है कि किसी बलात्कारी को या किसी हिंसात्मक व्यवहार को, चाहे घरेलू हिंसा ही हो,को कहीं रोका जा सके क्योंकि गलत या बलात हरकत करने वाले जरुरी नहीं है कि कही रास्ते में मिलें या रात को ही किसी भी उम्र की महिला या लड़कियों को मिलते हैं या मिलेंगे.
- आत्मनिर्भर व योग्य शिक्षित होकर भी जरूरत पड़ने पर विवेक न खोकर अपनी रक्षा को सक्षम बने. वैसे भी प्रेक्टिकल रूप से ये तो संभव ही नहीं है कि किसी बलात्कारी को या किसी हिंसात्मक व्यवहार को,चाहे घरेलू हिंसा ही हो,को कहीं रोका जा सके क्योंकि गलत या बलात हरकत करने वाले जरुरी नहीं है कि कही रास्ते में मिलें या रात को ही किसी भी उम्र की महिला या लड़कियों को मिलते हैं या मिलेंगे.
- टीवी कार्यक्रम से खुद को अलग करते हुए सोचा कि हमारे परिवारों और स्कूलों में बच्चों पर हाथ उठाना एक आम बात है | आये दिन ऐसी घटनाएँ सुनने में आती हैं | ऐसे में किस हद तक बच्चों का अंतर्मन व्यथित होता होगा | किस सोच के साथ वे बड़े होते होंगें....? जहाँ उन्हें सबसे ज्यादा सुरक्षा पाने कि आशा होती है वहां उनके साथ होने वाला हिंसात्मक व्यवहार उन्हें भीतर तक विचलित करता होगा |
- वैसे भी प्रेक्टिकल रूप से ये तो संभव ही नहीं है कि किसी बलात्कारी को या किसी हिंसात्मक व्यवहार को, चाहे घरेलू हिंसा ही हो, को कहीं रोका जा सके क्योंकि गलत या बलात हरकत करने वाले जरुरी नहीं है कि कही रास्ते में मिलें या रात को ही किसी भी उम्र की महिला या लड़कियों को मिलते हैं या मिलेंगे. यदि वो कही अकेली जाती है तो. ऐसे लोग तो अवसर देखते रहते हैं।
- नारी महान है! नारी माता है! नारी शक्ति है! नारी ममता की मूरत है! नारी अबला है! नारी भोग्या है! …… इस तरह के अनेक वाक्य नारियों के सम्बन्ध में लिखे गए हैं! नारियों को पुरुष द्वारा प्रताड़ित किया जाता है, उन्हें दबाकर रखा जाता है, उनके साथ हिंसात्मक व्यवहार किया जाता है, आदि पर अनेकों लेख और पुस्तकें लिखी जा चुकी हैं और लिखी जा रही हैं! …… परन्तु वास्तविकता क्या यही है?