हाथ जोड़ना sentence in Hindi
pronunciation: [ haath jodaa ]
"हाथ जोड़ना" meaning in English "हाथ जोड़ना" meaning in Hindi
Examples
- उनकी समझ में उनका यह अधिकार सीमित करना मानो ‘ सेना ' को पंगु बनाना था, क्योंकि वह है किसलिए यदि हाथ जोड़ना और खुशामद करना ही यहाँ आवश्यक है तो...
- मैनेजमेंट मेम्बेर्स के आगे हाथ जोड़ना, अपने बस में जितनी सेवा करने की क्षमता थी वो करके, अच्छे काम करने के वादे करके किसी तरह सुपर्विसेर की कुर्सी हाथ की.
- यानी ' कीप स्माइलिंग ' ' बी पाजीटिव ', ' लुक कान्फीडेन्ट ' ' आई टू आई कांटेक्ट ' ' फोल्डिंग हैंड्स नाट नेसेसरी ' (हाथ जोड़ना जरूरी नहीं) आदि आदि।
- कुछ-कुछ वैसा ही जैसा की एक नवजात शिशु को बचपन से ही भगवान की मूर्ती या तस्वीर के आगे हाथ जोड़ना सिखाया जाता है और जब वह बच्चा बड़ा होता है तो उसे ही आखिरी सत्य मान बैठता है..
- उन्होंने हाथ खडे़ कर दिए हाथों का ये फ़ायदा है कि उनसे अनेक कार्य लिए जा सकते हैं जैसे हाथ जोड़ना, हाथ खड़े करना, हाथ चलाना, हाथ पसारना, हाथ बांटना, हाथ मारना, हाथ फैलाना आदि।
- मन पर जमे लोकैषणा, अहंकार और स् वार्थ के आवरण को मिटाएँ तो सब कुछ स् पष् ट और सरल मालूम पड़ेगा अन् यथा आप यही कहेंगे कि परमात् मा हमारे सामने नहीं है अतः प्रार्थना के समय हाथ जोड़ना और शीश नमाना मात्र दिखावा है।
- हम लोग बहस ही गलत मुद्दों पर करते है जैसवाल जी! संविधान की किताब और कुछ उन नक्कारे लोगो जो कि मंदिर के आगे हाथ जोड़ना भी अपनी तौहीन और कष्टदायक समझते है, वही तक धर्मनिरपेक्षता है, अन्यथा मुस्लिम सिख इसाई इत्यादि सभी यहाँ ड्रम सापेक्षता को बड़ी तन्मयता से निभा रहे है!
- हम लोग बहस ही गलत मुद्दों पर करते है जैसवाल जी! संविधान की किताब और कुछ उन नक्कारे लोगो जो कि मंदिर के आगे हाथ जोड़ना भी अपनी तौहीन और कष्टदायक समझते है, वही तक धर्मनिरपेक्षता है, अन्यथा मुस्लिम सिख इसाई इत्यादि सभी यहाँ ड्रम सापेक्षता को बड़ी तन्मयता से निभा रहे है!
- तब तो राजा बनना भी आसान था क्योंकि लाखों छल-छंद करके कोई चुनाव भी नहीं जीतना पड़ता था, जबकि आज के राजाओं को तो हर पाँच साल पर सड़ी-गली जनता, जिसे देखकर घिन आती है, के दरवाजे पर जाकर हाथ जोड़ना पड़ता है और हद तो तब हो जाती है जब उनके यहाँ चाय तक पीनी पड़ जाती है।
- यदि हम अपने मित्र या व् यक् ित-विशेष का स् वागत् करते समय हाथ जोड़कर सिर झुका सकते हैं, तो क् या सर्वेश् वर के समक्ष, जो हमारे सामने, दाएँ, पीछे, बाएँ, नीचे, ऊपर सब स् थान में सदैव साथ रहता है, ‘ नमन ' करते समय हाथ जोड़ना भूल जाते हैं तथा अपने मस् तक को झुका नहीं सकते? क् या हमें लज् जा आती है?