शेख मुजीबुर्रहमान sentence in Hindi
pronunciation: [ shekh mujiburerhemaan ]
Examples
- उल्लेखनीय है कि बांग्लादेश के शेख मुजीबुर्रहमान ने लोकतन्त्र की संसदीय प्रणाली को अध्यक्षीय लोकतन्त्र में बदलकर जब एक दलीय व्यवस्था कायम करने की दिशा में कदम बढ़ाया तो इंदिरा जी ने शेख के इस कदम स्वागत किया था।
- बांग्लादेश में हुमायूं की किताब पर प्रतिबंध बांग्लादेश में बंगबंधु शेख मुजीबुर्रहमान और उनके परिवार की हत्या को केंद्र में रख कर लिखे गये हुमायूं अहमद के एक उपन्यास ‘देयाल ' यानी दीवार पर हाईकोर्ट ने रोक लगा दिया है.”
- मुझसे कई लोगों ने कहा कि बांग्लादेश की कहानी लिखी और आपने शेख मुजीबुर्रहमान को हीरो नहीं बनाया? लेकिन मैं आम बांग्लादेशियों के संघर्ष की गाथा लिखना चाहती थी और ईश्वर की कृपा से मैं सफल भी रही।
- शेख मुजीबुर्रहमान ने अपनी पुस्तक ‘ ईस्ट पाकिस्तान, इट्स पाॅपुलेशन एण्ड इकोनोमिक्स ' में यहां तक लिखा कि पूर्वी पाकिस्तान के आर्थिक व वित्तीय दृष्टि से मजबूत होने के लिए आसाम को उस में मिलाया जाना नितांत आवश्यक है।
- बांग्लादेश के संस्थापक शेख मुजीबुर्रहमान की हत्या के मामले में उच्चतम न्यायालय द्वारा दोषी ठहराए गए तथा मौत की सजा सुनाए गए सेना के पांच पूर्व अधिकारियों के खिलाफ ढाका के जिला एवं सत्र अदालत ने डेथ वॉरंट जारी किया।
- ऐसा ही एक मूर्खतापूर्ण फैसला था कि जब संयुक्त पाकिस्तान की राष्ट्रीय असेम्बली (संसद) में शेख मुजीबुर्रहमान की पार्टी, अवामी लीग को स्पष्ट बहुमत मिल गया तो भी उन्हें सरकार बनाने का न्योता नहीं दिया गया..
- बांग्लादेश के संस्थापक शेख मुजीबुर्रहमान की हत्या के मामले में उच्चतम न्यायालय द्वारा दोषी ठहराए गए तथा मौत की सजा सुनाए गए सेना के पांच पूर्व अधिकारियों के खिलाफ ढाका के जिला एवं सत्र अदालत ने डेथ वॉरंट जारी किया।
- इसमें हसीना के पिता शेख मुजीबुर्रहमान जो बांग्लादेश के पहले राष्ट्रपति थे और जिनकी हत्या 1975 में सेना के नेतृत्व में हुए विद्रोह के दौरान कर दी गयी थी, से लेकर अभी तक के हालात का चित्रण किया जा रहा है।
- वक्ताओं ने जोर दिया कि जब 1971 में बांग्लादेश की स्वतंत्रता बाद शेख मुजीबुर्रहमान ने 190 लोगों की लिस्ट जारी कर उन्हें युद्ध के दौरान अत्याचार का दोषी बताया था, इनमें से एक भी व्यक्ति जमाते इस्लामी से ताल्लुक नहीं रखता था।
- उनके स्वर्गीय पिता शेख मुजीबुर्रहमान ने तो बंगलादेश की मुक्ति के संग्राम का नेतृत्व किया था लेकिन ढाका की सडकों पर जो लाखों नौजवान उस वक़्त के पाकिस्तानी तंत्र को उखाड़ फेंकने के लिए निकल पड़े थे, शेख हसीना भी उसमें शामिल थीं.