शुक्रताल sentence in Hindi
pronunciation: [ shukertaal ]
Examples
- उन्होंने कहा कि अरविन्द गोयल ने पूर्व में भी शुक्रताल में कथा के दौरान ब्राहमण समाज के लिए आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग किया था जिससे समस्त ब्राहमण समाज की भावनाओं को ठेस पहुंची थी।
- विदेशी खिलाड़ियों को भारतीय संस्कृति व सभ् यता के दर्शन कराने व उससे रूबरू कराने के लिए उन् हें धार्मिक नगरी शुक्रताल व ग्रामीण क्षेत्रों में ले जाने का निर्णय प्रशासन द्वारा लिया गया है।
- मुजफ्फरनगर > > > तीर्थ नगरी शुक्रताल से ग्यारह किलोमीटर की दूरी पर गांव मलपुरा स्थित विश्व विख्यात योग केन्द्र व होम्योपैथी चिकित्सा केन्द्र के महाराज व उनके शिष्य की निर्मम हत्या कर दी गई।
- मुजफ्फरनगर > > > तीर्थ नगरी शुक्रताल से ग्यारह किलोमीटर की दूरी पर गांव मलपुरा स्थित विश्व विख्यात योग केन्द्र व होम्योपैथी चिकित्सा केन्द्र के महाराज व उनके शिष्य की निर्मम हत्या कर दी गई।
- ३० बजे से १२. ३० बजे तक कार्यक्रम रुपरेखा:>> [२१ जून २००९] १) गुरू वंदना २) श्री आसारामायण जी पाठ ३) वीडियो सी ० डी ० [अवधि ४५ मिनट]: शुक्रताल शिविर / सत्संग २००९ ४) भजन संकीर्तन ५)
- जब १ ३ मार्च २ ० १ २ को उसके पिता ने अमित से फोन पर बात की तब अमित ने नैनीताल शुक्रताल स्थित आर्य समाज मंदिर में शादी करने की बात कहकर धमकी दी कि अगर किसी अन्य जगह शादी की तो जान से मार दिया जायेगा।
- श्री यादव ने गंगा एक्शन परिवार-परमार्थ निकेतन के कार्यों की सराहना करते हुए मेरठ के गढ़मुक्तेश्वर एवं मुजफ्फरनगर के शुक्रताल के गंगा तटों को आदर्श क्षेत्र बनाने का आग्रह श्री स्वामी जी से किया तथा यमुना के लिए उप्र सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों की जानकारी उन्हें दी।
- इससे पहले आजम खान ने जिला पंचायत सभागार में जनपद के अधिकारियों के साथ बैठक कर विकास कार्यो की समीक्षा की और जिला योजना के अन्तर्गत कुल 120 करोड रूपये के प्रस्तावो को हरी झंडी दी गई है, जिनमे शुक्रताल में पचास लाख रूपये की लागत से विकास कार्य कराये जायेगे।
- महासभा के एक प्रतिनिधिमंडल ने जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर कहा है कि पूर्व में शिक्षा व राशन व्यवसायी रह चुके और वर्तमान मंे खुद को कथा वाचक के रूप में प्रचारित करने में जुटे अरविन्द गोयल शुक्रताल व मंदिर हनुमान टीला पर कथा के दौरान आपत्तिजनक टिप्पणी कर ब्राह्मण समाज के मान, सम्मान को ठेस पहुंचा चुके हैं।
- खैर थोडा चलना फिरना शुरू करा उन्होंने, एक दिन जब वोह चाचा के यहाँ रह रहे थे अम्मा को साथ लेकर शुक्रताल चले गए, हमने भी सोचा पिताजी के यहाँ दिल्ली हो आए तय्यार होकर घर से निकले ही थे की पिताजी की मुज़फ्फरनगर वाली बुआ का फ़ोन आ गया की बाबाजी उनके यहाँ है और आप इन्हें ले जाओ.