विकास गौड़ा sentence in Hindi
pronunciation: [ vikaas gaauda ]
Examples
- स्पोर्ट्स डेस्कलंदनभारत के विकास गौड़ा ने सोमवार को यहां ओलंपिक खेलों में पुरुषों के डिस्कस थ्रो के फाइनल के लिए क्वालीफाई करके खुद को देश के कुछ विशिष्ट एथलीटों की सूची में शामिल कर लिया है।
- कॉमनवेल्थ और एशियाड में भारत ने एथलेटिक्स के बूते ही ऐतिहासिक कामयाबी हासिल की थी और इस ओलंपिक में भी डिस्कस थ्रो में फाइनल खेलने वाले विकास गौड़ा, कृष्णा पूनिया, शॉटपुट में ओम प्रकाश करहाना, पैदल चाल में के.
- शीर्ष चक्का फेंक एथलीट विकास गौड़ा ने गुरुवार को यहां 20 वीं एशियाई एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में भारत को पहला स्वर्ण पदक दिलाया जिससे घरेलू टीम ने दूसरे दिन तीन पदक अपनी झोली में डालकर अपनी मौजूदगी दर्ज कराई ।
- और जहां तक आदर्श की बात है तो मेरे लिए तो विकास गौड़ा, कृष् णा पूनिया या वे सब खिलाड़ी भी उतने ही आदर्श हो सकते हैं जिन् होंने ओलम् पिक में अपने खेलों में बेहतर स् थान प्राप् त किया।
- भारत के विकास गौड़ा आइएएएफ विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप की चक्का फेंक स्पर्धा के फाइनल में पहुंच गए हैं। सोमवार को हुए क्वालीफिकेशन राउंड में गौड़ा ओवरऑल सातवें स्थान पर रहे। राष्ट्रीय रिकॉर्डधारी और मौजूदा एशियन चैंपियन गौड़ा ने क्वालीफिकेशन राउंड-ए में अपने पहले ही प्रयास में 63. 64 मीटर चक्का फेंक कर चौथा स्थान
- गौड़ा ने फाइनल के लिए क्वालीफाई कियामॉस्को-!-भारत की पदक उम्मीद माने जा रहे विकास गौड़ा ने विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप की चक्का फेंक स्पर्धा के लिए क्वालीफाई कर लिया है। गौड़ा ने क्वालीफिकेशन राउंड में 63.64 मीटर चक्का फेंका और वह सातवें नंबर पर रहे। जर्मनी के राबर्ट हार्टिग 66.62 मीटर चक्का फेंककर क्वालीफिकेशन में पहले स्थान पर रहे। गौड़ा के करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 66.28 मीटर है। वहीं इस सत्र में उनका सर्वश्रेष्ठ 65.82 मीटर है।
- कॉमनवेल्थ और एशियाड में भारत ने एथलेटिक्स के बूते ही ऐतिहासिक कामयाबी हासिल की थी और इस ओलंपिक में भी डिस्कस थ्रो में फाइनल खेलने वाले विकास गौड़ा, कृष्णा पूनिया, शॉटपुट में ओम प्रकाश करहाना, पैदल चाल में के. इरफान, बसंत बहादुर राणा, हर्डल्स में सिद्धार्थ थिंगालय, हाई जंप में साहना कुमारी, स्टेपल चेज में सुधा सिंह आदि ने राष्ट्रीय रिकार्ड बेहतर करते हुए आगे के लिए उम्मीदों को नए पंख दि ए.
- इनके अलावा राहुल बनर्जी (तीरंदाजी), प्रीजा श्रीधरन (एथलेटिक्स), विकास गौड़ा (एथलेटिक्स), वीरधवल खाड़े (तैराकी), आशीष कुमार (जिम्नास्टिक्स), रवि कुमार (भारोत्तोलन), रविंदर सिंह (कुश्ती), संध्या रानी (वुशू), प्रशांत करमाकर (तैराकी), संजय कुमार (वॉलीबॉल), राकेश कुमार (कबड्डी) और तेजस्विनी (कबड्डी) को भी पिछले तीन साल में उनके प्रदर्शन के आधार पर अर्जुन पुरस्कार दिया गया।
- चैंपियनशिप में आठ भारतीय एथलीटों ने हिस्सा लिया था जिनमें से मयूखा जॉनी ने लंबी कूद और डिस्कस थ्रोअर विकास गौड़ा ने फाइनल में जगह बनायी 1 मयूखा नौवें स्थान पर रही जबकि विकास सातवें स्थान पर रहे 1 पुरुषों की 20 किमी पैदल चाल में गुरमीत सिंह 30 वें और बाबू भाई पोंचा 31 वें स्थान पर रहे 1 गोलाफेंक में ओमप्रकाश सिंह कुल 23 वें स्थान पर रहे 1 महिला डिस्कस थ्रोअर हरवंत कौर 21 वें स्थान पर रहीं, वहीं तिहरी कूद में रंजीत माहेश्वरी अपनी तीनों छलांग फाउल कर गए।