वाणभट्ट sentence in Hindi
pronunciation: [ vaanebhett ]
Examples
- हालांकि ब्राह्मणों की वह नस्ल कभी खत्म नहीं हुई और समय-समय पर वाणभट्ट, कबीर, समर्थ रामदास और गुरु गोविन्द सिंह जैसे 'ब्राह्मण' यहाँ बीच-बीच में होते रहे और हमारा देश और समाज अपना वजूद बचाये रख सका।
- शेक्सपीयर एलिजाबेथ के समय में ही क्यों हुआ या कालिदास, वाणभट्ट के सदृश विश्वविख्यात महाकवि आज भारत वर्ष में क्यों नहीं होते? उत्तर यही, शायद हमारी जरुरत में इनकी जगह ही अब शेष नहीं।
- चरक, सुश्रुत, वाणभट्ट, धन्वन्तरि, प्रभृति ऋषियों ने जीवन भर जडी़ बूटियों, धातुओं, विषों आदि का अन्वेषण करके रोगग्रस्त पीडि़तों का त्राण करने के लिये सर्वांग-पूर्ण चिकित्सा शास्त्र का आविर्भाव किया।
- अगर शैली की बात की जाए तो गद्दी नृत्य वाणभट्ट के हर्षचरित के मंडलाकार नृत्य से काफी मिलता-जुलता है, जिनमें पुरूषों और महिलाओं के नृत्य समूह गोल घेरा बनाकर नृत्य करते हैं और साथ ही गीत भी गाते हैं।
- रचना रवीन्द्र रचनाएँ रजनीश का ब्लॉग रविकर-पुंज रूप-अरूप रेडियो प्लेबैक इंडिया रोमांटिक कविताएं लम्हों का सफ़र वाणभट्ट वीथी वीर बहुटी शंखनाद शब्द अनवरत...!!! शब्दों का दंगल शब्दों का सफर शब्दों की मुस्कुराहट शरद कोकास शेष फिर... सत्यमेव जयते!...
- अगर शैली की बात की जाए तो गद्दी नृत्य वाणभट्ट के हर्षचरित के मंडलाकार नृत्य से काफी मिलता-जुलता है, जिनमें पुरूषों और महिलाओं के नृत्य समूह गोल घेरा बनाकर नृत्य करते हैं और साथ ही गीत भी गाते हैं।
- हालांकि ब्राह्मणों की वह नस्ल कभी खत्म नहीं हुई और समय-समय पर वाणभट्ट, कबीर, समर्थ रामदास और गुरु गोविन्द सिंह जैसे ‘ ब्राह्मण ' यहाँ बीच-बीच में होते रहे और हमारा देश और समाज अपना वजूद बचाये रख सका।
- हजारी प्रसाद द्विवेदी के उपन्यास वाणभट्ट की आत्मकथा में किसी व्यक्ति में पुरुष और स्त्री के द्वंद्व के संबंध में भारतीय दर्शन के दृष्टिकोण से प्रकाश डाला गया है, जिससे इस विषय के मनोविज्ञान को बेहतर ढंग से समझने में मदद मिलती है।
- “हजारी प्रसाद द्विवेदी के उपन्यास वाणभट्ट की आत्मकथा में किसी व्यक्ति में पुरुष और स्त्री के द्वंद्व के संबंध में भारतीय दर्शन के दृष्टिकोण से प्रकाश डाला गया है, जिससे इस विषय के मनोविज्ञान को बेहतर ढंग से समझने में मदद मिलती है।”
- हर्ष चरित में वाणभट्ट ने हर्ष की माता के सती होने के समय के ‘ मरण प्रसाधन ' का वर्णन करते हुए लिखा है कि उसके शरीर पर लाल पट्टांशुक, गले में लाल सूत्र और अंगों पर कुंकुम का अंगराग था ' ।