लोकमान्य बालगंगाधर तिलक sentence in Hindi
pronunciation: [ lokemaaney baaleganegaaadher tilek ]
Examples
- “सन् १९१६ के काँग्रेस अधिवेशन में स्वागताध्यक्ष जगतनारायण ' मुल्ला' के आदेश की धज्जियाँ बिखेरते हुए रामप्रसाद ने जब लोकमान्य बालगंगाधर तिलक की पूरे लखनऊ शहर में शोभायात्रा निकाली तो सभी नवयुवकों का ध्यान उनकी दृढता की ओर गया।”
- सन् १९१६ के कांग्रेस अधिवेशन में स्वागताध्यक्ष पं० जगत नारायण ' मुल्ला' के आदेश की धज्जियाँ बिखेरते हुए रामप्रसाद ने जब लोकमान्य बालगंगाधर तिलक की पूरे लखनऊ शहर में शोभायात्रा निकाली तो सभी नवयुवकों का ध्यान उनकी दृढता की ओर गया।
- सन् १९१६ के कांग्रेस अधिवेशन में स्वागताध्यक्ष पं० जगत नारायण ' मुल्ला' के आदेश की धज्जियाँ बिखेरते हुए रामप्रसाद ने जब लोकमान्य बालगंगाधर तिलक की पूरे लखनऊ शहर में शोभायात्रा निकाली तो सभी नवयुवकों का ध्यान उनकी दृढता की ओर गया।
- 23 मार्च, 1910 को उत्तरप्रदेश के फैजाबाद जिले (वर्तान में अंबेड़कर नगर) के अकबरपुर नामक स्थान पर जन्मे लोहिया ने 10 साल की उम्र में अगस्त 1920 में स्कूल के बच्चों के लोकमान्य बालगंगाधर तिलक की मौत के विरोध में हड़ताल की थी।
- सन् १ ९ १ ६ के कांग्रेस अधिवेशन में स्वागताध्यक्ष पं ० जगत नारायण ' मुल्ला ' के आदेश की धज्जियाँ बिखेरते हुए रामप्रसाद ने जब लोकमान्य बालगंगाधर तिलक की पूरे लखनऊ शहर में शोभायात्रा निकाली तो सभी नवयुवकों का ध्यान उनकी दृढता की ओर गया।
- वे लोकमान्य बालगंगाधर तिलक के सहयोगी थे और उन्होंने खिलाफत आन्दोलन का विरोध किया था परन्तु मौलाना मुहम्मद अली, शौकत अली जैसे कट्टर, बिल्कुल दकियानूसी नेताओं को महात्मा गांधी के द्वारा ऊपर खड़ा कर दिया गया एवं जिन्ना को और ऐसे ही दूसरे नेताओं को पीछे कर दिया गया।
- वे लोकमान्य बालगंगाधर तिलक के सहयोगी थे और उन्होंने खिलाफत आन्दोलन का विरोध किया था परन्तु मौलाना मुहम्मद अली, शौकत अली जैसे कट्टर, बिल्कुल दकियानूसी नेताओं को महात्मा गांधी के द्वारा ऊपर खड़ा कर दिया गया एवं जिन्ना को और ऐसे ही दूसरे नेताओं को पीछे कर दिया गया।
- वे लोकमान्य बालगंगाधर तिलक के सहयोगी थे और उन्होंने खिलाफत आन्दोलन का विरोध किया था परन्तु मौलाना मुहम्मद अली, शौकत अली जैसे कट्टर, बिल्कुल दकियानूसी नेताओं को महात्मा गांधी के द्वारा ऊपर खड़ा कर दिया गया एवं जिन्ना को और ऐसे ही दूसरे नेताओं को पीछे कर दिया गया।
- अंग्रेजी शासक ने जब अख़बार को बंद करने के लिए काला कानून लाया तो ईश्वर चंद्र विद्या सागर से लेकर लोकमान्य बालगंगाधर तिलक ने अंग्रेजों के खिलाफ आन्दोलन करने और भारतियों को अपने पत्र व लेख से जागरूक करने के लिए किस तरह की मेहनत की, यह सबके सामने है।
- अब कल से दस दिनों तक चलने वाला हमारा पवित्र त्यौहार है गणेश चतुर्थी! लोकमान्य बालगंगाधर तिलक ने गणेश पूजा की परंम्परा को संवारकर जनसंघर्ष का मार्ग प्रशस्त किया! धर्म, संस्कृति और अस्मिता को जीवंत कर तिलक जी ने राष्ट्रिय जनचेतना को एकसूत्र में आबद्ध किया! किन्तु आज त्योहारों के पीछे जो सदभावनाएँ है उसे भुलाकर त्यौहार केवल मौज, मस्ती और दिखावे भर के रह गए है!