रुद्रट sentence in Hindi
pronunciation: [ rudert ]
"रुद्रट" meaning in Hindi
Examples
- संस्कृत आचार्यों में हमें-भारत-मुनि, भामह, दण्डी, रुद्रट और वामन की मान्यताएँ दृष्टिगोचर होता है. १.
- ||, || 6. काल-विभाजन ||, ||7.आचार्य भट्टोद्भट ||, || 8. आचार्य वामन ||, || 9. आचार्य रुद्रट और आचार्य रुद्रभट्ट ||, || 10.
- (2) अलंकार संप्रदाय के प्रमुख आचार्य भामह (छठी शताब्दी का पूर्वार्ध), दंडी (सातवीं शताब्दी), उद्भट (आठवीं शताब्दी) तथा रुद्रट (नवीं शताब्दी का पूर्वार्ध) हैं।
- भामह के विचार से वक्रार्थविजाएक शब्दोक्ति अथवा शब्दार्थवैचित्र्य का नाम अलंकार है (वक्राभिधेतशब्दोक्तिरिष्टा वाचामलं-कृति:।) रुद्रट अभिधानप्रकारविशेष को ही अलंकार कहते हैं (अभिधानप्रकाशविशेषा एव चालंकारा:)।
- नायक-नायिका भेद करते समय आचार्य रुद्रट ने वेश्यानायिका का वर्णन मात्र दो श्लोकों में किया है, किन्तु रुद्रभट्ट ने इसका विस्तार से वर्णन किया है।
- लक्षण आचार्य भामह ने प्रस्तुत किया है और परवर्ती आचार्यों में दंडी, रुद्रट तथा विश्वनाथ ने अपने अपने ढंग से इस लक्षण का विस्तार किया है।
- दण्डी ||, || 6. काल-विभाजन ||, ||7.आचार्य भट्टोद्भट ||, || 8. आचार्य वामन ||, || 9. आचार्य रुद्रट और आचार्य रुद्रभट्ट ||, || 10. आचार्य आनन्दवर्धन ||
- काव् यादर्श ' और ‘ दशकुमारचरित ' आदि के प्रणेता दंडी, काव् यालंकार निर्माता रुद्रट, ‘ चंड कौशिक '-प्रणेता आर्यक्षेमीश् वर, ‘
- नवीं शती (लगभग) में आचार्य रुद्रट ने तो तत्कालीन प्रचलित साहित्य के आधार पर यहाँ तक कह दिया था कि केवल संस्कृत में निबद्ध कथाओं के लिए गद्य में लिखने का बंधन है;
- नवीं शती (लगभग) में आचार्य रुद्रट ने तो तत्कालीन प्रचलित साहित्य के आधार पर यहाँ तक कह दिया था कि केवल संस्कृत में निबद्ध कथाओं के लिए गद्य में लिखने का बंधन है;