रस सिद्धांत sentence in Hindi
pronunciation: [ res sidedhaanet ]
Examples
- रस सिद्धांत को चुनौती देकर कहा गया कि कविता का नया सोंदर्य बोध अब रस प्रतिमान से नहीं समझा-समझाया जा सकता है क्योंकि रस का आधार है अद्वंद्व, समाहिति, संविद विश्रांति जबकि नई कविता का आधार है द्वंद्व, तनाव, घिराव, संघर्ष, बेचैनी, चित्त की व्याकुलता, बौद्धिक तार्किक स्थिति।
- 2 (2) विश्व की सारी सांस्कृतिक परंपराओं के जीवन में कौन से दो भाव उभयनिष्ठ (सामान्य) हैं. 2 (3) भारतीय सांस्कृतिक परंपरा में कौन सा रस सिद्धांत नहीं है? 2 (4) ‘ रामायण ' और ‘ महाभारत ' में जो करुणा और हास्य है वह दूसरों से किस प्रकार संबंधित है.
- इसी प्रकार नंददुलारे वाजपेयी ने भी रस को काव्य की मानवतावादी सत्ता से जोड़ा तथा नगेंद्र ने रस सिद्धांत की परिधि का इतना विस्तार किया कि अभिजात्यवाद, स्वच्छंदतावाद, यथार्थवाद, अभिव्यंजनावाद, प्रभाववाद और प्रतीकवाद तक भी उसके घेरे में आ गए. डॉ. हजारी प्रसाद द्विवेदी ने सांस्कृतिक चेतना के नैरंतर्य और मानवतावाद को आलोचना का मूलबिंदु बनाया.
- 2 अथवा भारतीय कला और सौंदर्यशास्त्र को कई रसों का पता है, उनमें से कुछ रसों का किसी कलाकृति में साथ-साथ पाया जाना श्रेयस्कर भी माना गया है, जीवन में हर्ष और विषाद आते ही रहते हैं यह संसार की सारी सांस्कृतिक परंपराओं को मालूम है, लेकिन करुणा को हास्य में बदल जाना एक ऐसे रस सिद्धांत की माँग करता है जो भारतीय परंमराओं में नहीं मिलता. ' रामायण ' और ‘ महाभारत ' में जो हास्य है वह ‘ दूसरों ' पर है और अधिकांशतः: वह परसंताप से प्रेरित है.