मुआफिक sentence in Hindi
pronunciation: [ muaafik ]
"मुआफिक" meaning in English "मुआफिक" meaning in Hindi
Examples
- टैक्सी-आटो की व्यवस्था अनुकूल थी, क्योंकि अनुरोध करने पर शायद वे उसे क्रेच के गेट पर छोड़ देते, लेकिन बस मुआफिक इसलिए न थी क्योंकि उसका निश्चित स्टैण्ड था और बच्चों को स्टैण्ड पर उतारकर बस आगे चली जाती हैं ।
- पढ़ाई के विषय और रुचि में तादात्म्य, रोजगार-जीवन यापन की शुरुआत, बीच में बदलाव और कई बार उसके समानान्तर कार्य को रुचि के अनुकूल बना लेना या पसंद का काम, मुआफिक संभावना खोज लेना भी आवश्यक कौशल है।
- टैक्सी-आटो की व्यवस्था अनुकूल थी, क्योंकि अनुरोध करने पर शायद वे उसे क्रेच के गेट पर छोड़ देते, लेकिन बस मुआफिक इसलिए न थी क्योंकि उसका निश्चित स्टैण्ड था और बच्चों को स्टैण्ड पर उतारकर बस आगे चली जाती हैं ।
- परंतु राजनीति में आमतौर पर ऐसा देखने को मिलता है कि जब किसी व्यक्ति की कोई बात किसी एक पक्ष के मुआफिक नहीं होती तो वह पक्ष उस व्यक्ति को दूसरी विचारधारा या दृष्टिकोण से प्रेरित या ग्रसित बता दिया करता है।
- शाह किशवरकुशा ने आधी सदी तक खूब इन्साफ के साथ राज किया मगर किशवरकुशा दोयम ने सिंहासन पर आते ही अपने अक्लमन्द बाप के मंत्रियों को एक सिरे से बर्खास्त कर दिया और अपनी मर्जी के मुआफिक नये-नये वजीर और सलाहकार नियुक्त किये।
- मसलन कल सराफा में आग लगी यह आग अगर विकराल रूप धरती तो भले ही अतिक्रमण हटाने की मन मुआफिक मुराद पूरी होती, लेकिन फायर बिग्रेड वहां तक कैसे पहुंचती, जान कैसे बचायी जाती और इसकी जिम्मेदारी कौन लेता? जी...
- अब एक इमरजेंसी, कुछ लोगों की गिरफ्तारी और मन मुआफिक अदालत के चहेते जजों ने उनके खिलाफ दायर मामलों को खारिज कर पोशाक ए जनरल उतार कर लबादा ए लोकतंत्र ओढ़ने का रास्ता जनरल परवेज मुशर्रफ साहब के लिए साफ कर दिया है।
- (पांडवों का शिकार होना मामा शकुनी और कौरवों द्वारा रचित षड्यंत्र का या राजसी दुश प्रवर्तियों से जनित दुष-परिणामों का. उनका हार जाना अपना सर्वस्व जुवे में यहाँ तक कि अपनी पत्नी द्रौपदी को भी जिसे वह एक सम्पति के मुआफिक दांव पर लगा बैठे थे.
- मनोरथी, सारोकारी 9. प्रसिद्ध (बंगाली) भारतीय क्रिकेटर का अंतिम (जाति) नाम 10. अनुसार, अविरुद्ध, माफिक, अनुगत, रास, अनुरूप, अनुसर, मुवाफिक, मुआफ़िक़, मुताबिक़, मुताबिक ; जो किसी के अनुरूप या मुआफिक हो 12.
- समन्दरों में मुआफिक हवा चलाता हैजहाज ख़ुद नहीं चलते ख़ुदा चलाता हैये जा के मील के पत्थर पे कोई लिख आएवो हम नहीं हैं जिन्हें रास्ता चलाता हैवो पाँच वक़्त नज़र आता है नमाज़ों में मगर सुना है कि शब को जुआ चलाता हैये लोग पाँव नहीं जेहन से अपाहिज हैं उधर चलेंगे...