भाषा व्यवहार sentence in Hindi
pronunciation: [ bhaasaa veyvhaar ]
"भाषा व्यवहार" meaning in English
Examples
- हमारी कविता की भाषा अभी मरी नहीं है तब फिर इसमें क्यों न कविता की जाए? गोस्वामी जी का मानना था कि संस्कृत नाटकों में साहित्य के लालित्य के लिए संस्कृत, प्राकृत, पैशाची कई भाषा व्यवहार की गयी है तो यदि हम हिन्दी साहित्य में दो भाषा व्यवहार करें तो क्या चोरी है?
- हमारी कविता की भाषा अभी मरी नहीं है तब फिर इसमें क्यों न कविता की जाए? गोस्वामी जी का मानना था कि संस्कृत नाटकों में साहित्य के लालित्य के लिए संस्कृत, प्राकृत, पैशाची कई भाषा व्यवहार की गयी है तो यदि हम हिन्दी साहित्य में दो भाषा व्यवहार करें तो क्या चोरी है?
- फिर कोई अजनबी बालक था!! जिसके सर के बालों की हजामत और अजीबोंगीब कतरब्योंत का कौशल देखकर “ नउवा ” के सम्मान में “ तत्काल प्राप्त भाषा व्यवहार ज्ञान ” का एक सुन्दर सा नमूना मेरे मुँह से निकला गया! सुन कर त्योरियां चढ़ाए बाबूजी कमरे से निकले और दो चमेंटा लगा दिए! (”...
- उसी प्रकार जितने समय तक युद्ध का यह रूपक सामान्य भाषा व्यवहार पर हावी रहेगा पुलिस को अपनी अक्षमता पर पर्दा डालने का बहाना रहेगा, कि वह बेचारी एक युद्ध लड़ रही है, एकाध यों ही मौत हो तो हंगामा क्यों! वस्तुत: युद्ध जितना हथियार से नहीं लड़ा जाता उतना भाषा में लड़ा जाता है।
- (6) वास्तविक भाषा व्यवहार को आधार बनाकर व्यावहारिक हिन्दी संरचना-ध्वनि संरचना, शब्द संरचना तथा पदबंध संरचना-के अनुप्रयोगात्मक पाठों के निर्माण के क्षेत्र में विद्वानों को कार्य करते समय समस्त सामग्री का निर्माण अभिक्रमित रूप में करना चाहिए तथा शिक्षार्थी के अधिगम की पुष्टि के लिए प्रत्येक बिन्दु पर विभिन्न अभ्यासों की योजना भी होनी चाहिए।
- (6) वास्तविक भाषा व्यवहार को आधार बनाकर व्यावहारिक हिन्दी संरचना-ध्वनि संरचना, शब्द संरचना तथा पदबंध संरचना-के अनुप्रयोगात्मक पाठों के निर्माण के क्षेत्र में विद्वानों को कार्य करते समय समस्त सामग्री का निर्माण अभिक्रमित रूप में करना चाहिए तथा शिक्षार्थी के अधिगम की पुष्टि के लिए प्रत्येक बिन्दु पर विभिन्न अभ्यासों की योजना भी होनी चाहिए।
- परिवार और समाज में वर्चस्व के साथ भाषिक व्यवहार का अपरिहार्य संबंध बताते हुए प्रो. शर्मा ने पुरुषसत्तात्मक समाज में पुरुषभाषा को ‘ धमकाने ' की भाषा तथा स्त्रीभाषा को ‘ रिरियाने ' की भाषा मानते हुए स्त्रियों के भाषा व्यवहार के वर्जित क्षेत्रों की ओर भी इशारा किया और कहा कि हिंदी भाषा का स्त्री केन्द्र बनना अभी बाकी है.
- इस मत की स्थापना के कारण थे-भाषा बोलने वालों की संख्या, भाषा व्यवहार क्षेत्र का विस्तार, हिन्दी भाषा एवं लिपि व्यवस्था की संरचनात्मक विशेषताएँ, भविष्य में कम्प्यूटर के क्षेत्र में Text to Speech तथा Speech to Text तकनीक का विकास, भारतीय मूल के आप्रवासी एवं अनिवासी भारतीयों की संख्या, श्रमशक्ति, मानसिक प्रतिभा में निरन्तर अभिवृद्धि।
- ऐसे लेखन में उसके वाँछित पठन प्रोग्राम्ड होते हैं-जिसका चरम परिणाम होता है वर्चस्वशाली सौंदर्यशास्त्र के सम्मुख परास्त हो जाना, वह लिखना जो अर्थ-स्थापित करने वाली सत्ताओं / एजेंसियों के डिक्टेट के मुताबिक आपको लिखना होता है ‘ मान्यता ' पाने के लिये ; समूचे भाषा व्यवहार का ‘ रिव्यू-कांशस ' हो जाना, इधर तो ‘ लाईक-कांशस ' हो जाना-जो तुमको हो पसंद वही बात कहेंगे!
- “ ब्लोगिंग का बढता क्षेत्र और लोकप्रियता ” ब्लोगिंग के लिये नई सुविधाओं, पाठकों की बढती संख्या, नई दिशायें व स्वरूप, सीमाओं व चुनोतियों के साथ साथ इस बात पर भी चर्चा की गई है कि क्या ब्लाग मिडिया से आगे निकल रहा है? आई टी के दिग्गजों के हिन्दी ब्लोगिंग के बाजार में कूद पडने के साथ साथ ब्लाग भाषा में स्थानियता के पुट, भाषा व्यवहार पर भी लिखा गया है.