भारत में आरक्षण sentence in Hindi
pronunciation: [ bhaaret men aareksen ]
Examples
- और क्या आज कांग्रेस की सरकार मुसलमानों को भारत में आरक्षण देने की पूर्ण तैयारी में है या नहीं तथा कुछ राज्यों में कोर्ट के दखल बावजूद कांग्रेस ने आरक्षण दिया या नहीं ।
- उनके ज्ञान की कुछ झलकि यां देखें तो शायद मन ‘ गदगद ' हो जाए, प्रभाष जोशी ने लि खा है ” जैसे सिलिकॉन वैली अमेरिका में नहीं होता, अगर दक्षिण भारत में आरक्षण नहीं लगा होता।
- इसलिए भारत में आरक्षण की व्यवस्था की गई ताकि हजारों बरस से जिन तबकों के लोग एडियों तले कुचलकर रखे गए हैं, उनके बच्चों को आज के भारतीय समाज के मुकाबले में शामिल होने लायक तो बनाया जा सके।
- पूरे देश को रिजर्व कोटे वालों से यदि भर नहीं दिया जाएगा तो शासन करने के लिए कच्चा माल (अव्यवस्था और अराजकता) कहाँ से मिलेगा? इसलिए मुसलमानों सहित अन्य आयातित धर्मावलम्बियों को भी भारत में आरक्षण मिलना ही चाहिए...
- भारत में आरक्षण देना एक प्रकार से गन्दी राजनीती का हिस्सा बन गया है और इस गंदगी से ज़्यादातर नेता अपना फायदा उठाना चाहते हैं और हम आम लोग भी कोई कसर नही छोड़ते अपने आपको जाती, धर्म आदि के नाम पर तोलने के सिवाय।
- दरअसल आज भारत में आरक्षण की जमीनी हकीकत यह है की आरक्षित व्यक्ति अपने आप को किसी भी परिस्थिति में सिद्ध करने की चेष्टा ही नहीं करता, वह स्वंय में पंगु बना रहता है, जिससे समूचा समाज भी उसे दीनता के नजरिये से देखता है।
- वैश्विक रूप से देखें तो दुनिया के जिन देशों में हाशिए पर पड़े लोगों को समाज की मुख्यधारा में लाने के लिए जो प्रयोग हुए हैं, भारत में आरक्षण की व्यवस्था उनमें सबसे सफल प्रयोग के रूप में देखा जाएगा और दुनिया के बाकी देश इससे सीख सकते हैं.
- वैश्विक रूप से देखें तो दुनिया के जिन देशों में हाशिए पर पड़े लोगों को समाज की मुख्यधारा में लाने के लिए जो प्रयोग हुए हैं, भारत में आरक्षण की व्यवस्था उनमें सबसे सफल प्रयोग के रूप में देखा जाएगा और दुनिया के बाकी देश इससे सीख सकते हैं.
- वैश्विक रूप से देखें तो दुनिया के जिन देशों में हाशिए पर पड़े लोगों को समाज की मुख्यधारा में लाने के लिए जो प्रयोग हुए हैं, भारत में आरक्षण की व्यवस्था उनमें सबसे सफल प्रयोग के रूप में देखा जाएगा और दुनिया के बाकी देश इससे सीख सकते हैं.
- आजाद भारत में आरक्षण का मुद्दा राजनीति का घिनौना खेल खेलने वालों के लिए एक तुरुप के पत्ते की तरह काम करता है और जब कभी भी इस खेल को खेलने वाले अपने आपको कहीं और उलझता हुआ पाते हैं तो वह इस तुरुप की चाल को चलते हैं.