भरोसा देना sentence in Hindi
pronunciation: [ bherosaa daa ]
"भरोसा देना" meaning in English "भरोसा देना" meaning in Hindi
Examples
- बिल्कुल ठीक लिखा है, अगर यह सिलसिला रोकना है तो हमें उन परिवारों को भरोसा देना होगा कि अगर तुम्हारे बच्चे सगोत्रीय या अंतरजातीय विवाह करते है तो तुम्हे अपने समाज में सामाजिक बहिष्कार का दंश नहीं झेलना होगा.
- होगा, जो उन्हें भरोसा देना होगा, और वे इस विश्वास पर निर्भर है, अपने सभी भय के बारे में भूल जाते हैं, उनकी रेत पीछे छोड़ और एक असाधारण बुद्धि-विलास के साथ विचार और दृष्टिकोण जीवन धक्का विन्सेन्ट था.
- सरकार मौजूदा आर्थिक स्थिति को लेकर निवेशकों की आशंका दूर करना चाहती है और यह भरोसा देना चाहती है और उन्हें बताना चाहती है कि वह आर्थिक वृद्धि को गति देने तथा रुपए की विनिमय दर में स्थिरता लाने के लिए क्या क्या कर रही है।
- जब भी कोई बाहरी आवाज़ आती है, चिड़िया मासूम निगाहों सेमुझे देखती है,छोटी कटोरी में पानी देकरमैं उसे भरोसा देना चाहती हूँ..........पर आघात से उबर पानाआसान तो नहीं...रश्मि प्रभा ======================================================विश्वासघातीसवेरे-से कटोरी-भर चावलरखे थे मैंने,कोई तो उन्हें चुगने आएगा;डिब्बे में बंद सड़ रहे थे दाने,किसी का तो भला हो जायेगा.पर नहीं..
- कांग्रेस के युवराज में यदि थोड़ी भी नैतिकता होती और महिलाओं की सुरक्षा के प्रति अगर वे वाकई संवेदनशील होते तो उन्हें सबसे पहले कांग्रेस शासित दिल्ली राज्य के द्वारिका व कालका जी में बलात्कार का शिकार हुईं दो महिलाओं से मिलकर इन्हें न्याय दिलाने का भरोसा देना चाहिए था।
- दिल्ली में सामूहिक बलात्कार को लेकर हो रहे प्रदर्शनों को जनता के आक्रोश का प्रदर्शन करार देते हुए राजा ने कहा, ‘‘ प्रधानमंत्री को नैतिक जिम्मेदारी स्वीकार करनी चाहिए और नयी पीढ़ी को भरोसा देना चाहिए कि इस तरह के अपराधों को रोकने के लिए सरकार कानूनी कदम उठाएगी।
- ऐसे में कई सवाल खड़े होते हैं-पिछले दो हफ्ते भारतीय क्रिकेट के लिए काले हफ्ते रहे हैं, भारतीय कप्तान को सामने आ कर भारतीय क्रिकेट के इस दौर से निकलने की कामना करनी चाहिए थी, भरोसा देना चाहिए था कि अब क्रिकेट में बेईमानी की कोई जगह नहीं होगी।
- हमें अपने आप को बदलना होगा, रूढ़िवादिता के चंगुल से स्वयं को और समाज को छुड़ाना होगा, जातिवाद के दलदल से बाहर आकर, ऊँच-नीच के भेद-भाव को ख़त्म करना होगा, और सबसे बड़ी बात तो यह है कि उन परिवारों को भरोसा देना होगा कि अगर तुम्हारे बच्चे सगोत्रीय या अंतरजातीय विवाह करते है तो तुम्हे अपने समाज में सामाजिक बहिष्कार का दंश नहीं झेलना होगा.
- अगर यह सिलसिला रोकना है तो हमें अपने आप को बदलना होगा, रूढ़िवादिता के चंगुल से स्वयं को और समाज को छुड़ाना होगा, जातिवाद के दलदल से बाहर आकर, ऊँच-नीच के भेद-भाव को ख़त्म करना होगा, और सबसे बड़ी बात तो यह है कि उन परिवारों को भरोसा देना होगा कि अगर तुम्हारे बच्चे सगोत्रीय या अंतरजातीय विवाह करते है तो तुम्हे अपने समाज में सामाजिक बहिष्कार का दंश नहीं झेलना होगा.
- क्या किसी साधु-संत को अपने आश्रम में किसी अपराधी को शरण देने का आश्वासन देना चाहिए? क्या रोज लोगों को नेकी और ईमानदारी का उपदेश देने वाले धर्मज्ञ को काले धन को सफेद करने का किसी को भी भरोसा देना चाहिए? क्या खुद को ईश्वर का प्रतिनिधि कहने वाले किसी भी व्यक्ति को ठगी, धूर्तता और हत्या के प्रयास में कहीं से भी संलग्न होना चाहिए? पर यह सब वे लोग कर रहे हैं, जिन्हें इस देश के लोग साधु कह कर पुकारते हैं।