न्याय दर्शन sentence in Hindi
pronunciation: [ neyaay dershen ]
"न्याय दर्शन" meaning in Hindi
Examples
- गौतम के न्याय दर्शन का प्रधान प्रतिपाद्य विषय प्रमाण और बाद है।
- ' प्रवचनकर्ता या पढ़ाने वाला' इत्यादि होते हैं जैसा कि न्याय दर्शन के
- गौतम के न्याय दर्शन के सोलह पदार्थ इस प्रकार हैं-प्रमाण, प्रमेय,
- फलत: तर्क के पाँच ही प्रकार न्याय दर्शन में माने गये हैं।
- परम्परा में माना जाता है कि न्याय दर्शन शुरू से ईश्वरनिष्ठ दर्शन है।
- गौतम के बाद के न्याय दर्शन के जानकारों ने इसे और परिमार्जित किया।
- परम्परा में माना जाता है कि न्याय दर्शन शुरू से ईश्वरनिष्ठ दर्शन है।
- यथा [[न्याय दर्शन]] के प्रणेता भी अक्षपाद गौतम माने जाते हैं।
- न्याय दर्शन में प्रमुख रूप में प्रत्येक निर्णय और अनुमान पर विचार होता है।
- गौतम के पहले जो न्याय दर्शन प्रवृत्त हुआ था, उसे आन्वीक्षिकी कहा जाता है।