द्विराष्ट्र सिद्धांत sentence in Hindi
pronunciation: [ deviraasetr sidedhaanet ]
Examples
- इससे उस द्विराष्ट्र सिद्धांत को उभारने की कोशिश कर सकता है जिसके आधार पर उसकी स्थापना हुई थी और जो घाटी को भारत से अलग करने की उसकी मुहिम को संचालित करने वाला मूलभूत तत्व है।
- १ ९ ३ ७ में लखनऊ में हुए मुस्लिम लीग के सम्मेलन में ही मुहम्मद अली जिन्ना ने अंग्रेजों की शह पर द्विराष्ट्र सिद्धांत का प्रतिपादन किया और तुरंत से ही उसका विरोध शुरू हो गया.
- मैं आपका ध्यान इस तथ्य की ओर आकृष्ट करना चाहूँगा कि हिन्दुत्व के जन्मदाता, वी डी सावरकर और आरएसएस दोनों की द्विराष्ट्र सिद्धांत में साफ-साफ समझ में आने वाली आस्था रही है कि हिंदू और मुस्लिम दो अलग-अलग राष्ट्र हैं।
- दार्शनिक, लेखक, कवि इकबाल ने मुसलमानों को एक मुक्कमिल राष्ट्र की अवधारणा के रूप में व्याखित कर ही दिया था, मौहम्मद अली जिन्नाह ने इसी आधार पर द्विराष्ट्र सिद्धांत की रचना की और एक स्वतंत्र मुसलमान राज्य की स्थापना करने में जुट भी गये,
- सावरकर ने ही (जिसने जिन्ना के द्विराष्ट्र सिद्धांत पेश करने से पूरे दो साल पहले यह सिद्धांत पेश किया था कि यहां दो राष्ट्र हैंइस्लामी और हिंदू) नारा दिया था कि, ” सारी राजनीति का हिंदूकरण करो और हिंदुत्व का सैन्यीकरण करो।
- आजादी की पूर्व संध्या (14 अगस्त 1947) पर प्रकाशित आरएसएस के अंग्रेजी के मुखपत्र ‘ ऑर्गनाइजर ' में ‘ किधर ' (‘ Whither ') शीर्षक से प्रकाशित संपादकीय में एक बार पुनः द्विराष्ट्र सिद्धांत में इन शब्दों में विश्वास व्यक्त किया है।
- मैं पाकिस्तान को एक वैध राष्ट्र नहीं मानता क्योंकि इसके गठन का आधार द्विराष्ट्र सिद्धांत है और मुझे ' द्विराष्ट्र सिद्धांत' मंजूर नहीं।' काटजू ने कहा, 'कश्मीर समस्या का एकमात्र हल एक मजबूत, धर्मनिरपेक्ष, आधुनिक मानसिकता वाली सरकार के अधीन भारत और पाकिस्तान का फिर से एकीकरण ही है।
- द्विराष्ट्र सिद्धांत के विरोध के जरिये भारत यह तर्क देता आया है कि हिंदू बहुल जम्मू और मुस्लिम बहुल घाटी को पृथक नहीं किया जा सकता, क्योंकि इससे देश की सेक्युलर शासन व्यवस्था पर आंच आएगी, मगर हाल में घाटी और जम्मू में घटी घटनाओं से इस तर्क पर एक प्रश्नचिह्न लग गया है।
- जिस भारत की विशाल आबादी में हिन्दुओं के बाद सबसे बड़ी आबादी (लगभग 15 करोड़) मुस्लिमों की है, वहां यह दोनों समुदाय अलग-अलग कैसे रह सकते हैं? पूर्ववर्ती ब्रिटिश शासकों की दिमागी उपज द्विराष्ट्र सिद्धांत को आधार बना भारत को खंडित कर पाकिस्तान का उदय एशिया के इस भाग में साम्प्रदायिक अशांति बनाए रखने की चाल थी।
- उस वक़्त के मज़बूत संगठन, हिंदू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष विनायक दामोदर सावरकार ने भी अहमदाबाद में हुए अपने वार्षिक अधिवेशन में द्विराष्ट्र सिद्धांत का नारा दे दिया लेकिन उत्तर प्रदेश में उसी साल हुए चुनावों में इस सिद्धांत की धज्जियां उड़ चुकी थीं क्योंकि यहाँ की जनता ने सन्देश दे दिया था कि भारत एक है और वहाँ दो राष्ट्र वाले सिद्धांत के लिए कोई जगह नहीं है.