तारुण्य sentence in Hindi
pronunciation: [ taaruney ]
"तारुण्य" meaning in English "तारुण्य" meaning in Hindi
Examples
- यह तारुण्य जीवन से विरक्त नहीं होता, संघर्ष से पराजय नहीं मानता, प्रतिकूल परिस्थितियों से पराङ्मुख नहीं होता और कर्म को किसी कल्पित स्वर्ग नरक का प्रवेशपत्र नहीं बनाता।
- अंगज अलंकारों में नायिकाओं के उन आंगिक विकारों या क्रियाव्यापारों को परिगणित किया जाता है जिनसे तारुण्य प्राप्त करने पर उनके मन में उद्भूत एवं विकसित काम भाव का पता चलता है।
- वे इसे मानवता के तारुण्य का ऐसा उच्छल प्रपात मानती हैं जो अपने दुर्वार वेग को रोकने वाली शिलाओं पर निर्मम आघात करता और मार्ग देने वाली कोमल धरती को स्नेह से भेंटता हुआ आगे बढ़ता है।
- लेखन के प्रवाह ने कई बार त्रिपथगा की धारा से होड़ लेकर कई पत्र भी लिख डाले-बस अंतः की अभिव्यक्ति, गहरे उच्छवास, रूप-वंदना से परिपूर्ण, किंतु सत्य, श्लील और तारुण्य को इंगित करते हुए।
- इस रचना में कवि ने भारतवासियों को ‘ वर्चस्वी ', ‘ दुर्धर्ष ', ‘ तारुण्य के अविचल उपासक ' और ‘ श्रम-भाव तेजोदृप्त ' आदि विशेषणों से सम्बोधित करके अपनी निर्माण-कामना, जन-प्रियता और श्रम-साधना का परिचय दिया है।
- तारुण्य और सौंदर्य से युक्त, सुवर्णहार, तांबूल, पुष्प आदि से सुशोभित स्त्री तब तक अपने प्रियतम से मिलने नहीं जाती, जब तक कि वह दशपुर के बने पट्टमय (रेशम) वस्त्रों के जोड़े को नहीं धारण करती।
- उन्होंने जैक डैन के यहूदी साइंस फिक्शन संकलन ' वैनडरिंग स्टार्स' के परिचय में लिखा, “मैं न तो किसी सर्विस में जाता हूँ और न ही किसी कर्म-कांड का पालन करता हूँ, और न ही मेरा कभी 'बार मित्ज्वा' नामक तारुण्य संस्कार किया गया है.
- उन्होंने जैक डैन के यहूदी साइंस फिक्शन संकलन ' वैनडरिंग स्टार्स' के परिचय में लिखा, “मैं न तो किसी सर्विस में जाता हूँ और न ही किसी कर्म-कांड का पालन करता हूँ, और न ही मेरा कभी 'बार मित्ज्वा' नामक तारुण्य संस्कार किया गया है.
- उसके स् थान पर गोदा हुआ छोटा नीला-सा दाग जरूर दिखलाई देता था, और वह अपने कमनीय तारुण्य में वैधव् य लिए हुए उसी तरह दिखलाई देती थी जैसे विस् तृत रेगिस् तान में फैली हुई, ठिठुरते हुए शीतकाल में पूर्णिमा की चाँदनी।
- दूसरी महत्वपूर्ण बात यह है कि जिस गरीब और सर्वहारा की दुर्दशा को लेकर विवेकानंद में क्रांति और करुणा के भूचाल आए उसका गोमुख कलकत्ता और गंगोत्री छत्तीसगढ़ होगा क्योंकि लगभग 13-14 वर्ष का तारुण्य सामाजिक सवालों को बड़े संदर्भ में बूझने की होती है.