ताज़िया sentence in Hindi
pronunciation: [ taajeiyaa ]
"ताज़िया" meaning in Hindi
Examples
- बिहार के सिवान ज़िले के हसनपुरा गाँव के नानकशाही मठ से पिछले तीन सौ वर्षों से ताज़िया जुलूस निकाला जाता है जहाँ आज महंत रामदास पूरी श्रद्धा के साथ ताज़िए को कंधा देते हैं.
- अगर हिन्दुस्तान धर्मनिरपेक्ष देश है तो फिर जब यहां धार्मिक व्यक्ति को पूजा-पाठ करने, मंदिर-मस्जिद जाने, अज़ान देने, घंटी बजाने, ताज़िया या मुर्तियां निकाल कर सड़क जाम करने की अज़ादी है.
- द्वितीय विश्व युद्ध के बाद और रेडियो व सिनेमा जैसे आधुनिक उपकरणों के सामने आने और पूर्ण रूप से जीवन के आधुनिक होने के बाद ताज़िया अपनी प्राचीन भव्यता और चमक पर बाक़ी न रह सका।
- कुछ अन्य लोगों ने पर्देख़ानी को सफ़वी काल के मोहर्रम के कार्यक्रमों और क़ाजारी शासन काल की ताज़िया ख़ानी के बीच का चरण बताया है जिसमें ताज़िया कला में बहुत परिवर्तन आए और वह परिपूर्णता पर पहुंच गयी।
- कुछ अन्य लोगों ने पर्देख़ानी को सफ़वी काल के मोहर्रम के कार्यक्रमों और क़ाजारी शासन काल की ताज़िया ख़ानी के बीच का चरण बताया है जिसमें ताज़िया कला में बहुत परिवर्तन आए और वह परिपूर्णता पर पहुंच गयी।
- शरीफाबाद में ताज़िया करारी के ओलामा के खिलाफ साज़िश का पर्दा फाश करारी में चंद शरपसंद अनासिर, फासिक और बेदीन अफराद ने करारी के ओलामा को बदनाम करने की साजिश रची थी जिस का पर्दा फाश हो गया.
- अगर चे मुहर्रम अब भी ग्वालियर में शान ओ शौकत के साथ मनाया जाता है, और सिर्फ ग्वालियर ही पर मुन्हसिर नहीं है इंदौर का मुहर्रम और वहां का ऊंचा और वजनी ताज़िया दुनिया के गोशे गोशे में शोहरत रखता है.
- ताज़िया बाँस की कमाचियों पर रंग-बिरंगे कागज, पन्नी आदि चिपका कर बनाया हुआ मकबरे के आकार का वह मंडप जो मुहर्रम के दिनों में मुसलमान/ शिआ लोग हजरत इमाम हुसेन की कब्र के प्रतीक रूप में बनाते है,और जिसके आगे बैठकर मातम करते और मासिये पढ़ते हैं।
- ताज़िया बाँस की कमाचियों पर रंग-बिरंगे कागज, पन्नी आदि चिपका कर बनाया हुआ मकबरे के आकार का वह मंडप जो मुहर्रम के दिनों में मुसलमान/ शिआ लोग हजरत इमाम हुसेन की कब्र के प्रतीक रूप में बनाते है,और जिसके आगे बैठकर मातम करते और मासिये पढ़ते हैं।
- ताज़िया बाँस की कमाचियों पर रंग-बिरंगे कागज, पन्नी आदि चिपका कर बनाया हुआ मकबरे के आकार का वह मंडप जो मुहर्रम के दिनों में मुसलमान लोग हजरत इमाम हुसेन की कब्र के प्रतीक रूप में बनाते है, और जिसके आगे बैठकर मातम करते और मासिये पढ़ते हैं।