जान स्टुअर्ट मिल sentence in Hindi
pronunciation: [ jaan setuaret mil ]
Examples
- स्त्री के अनुभव की प्रामाणिकता की बात जहाँ महादेवी वर्मा “ श्रंखला की कड़ियाँ ” में करती है, वहीं जान स्टुअर्ट मिल पुरूष के स्त्री विषयक ज्ञान को स्त्री अनुभवों के अभाव में अधूरा मानते हैं।
- “ द सब्जेक्शन ऑफ विमेन ” में जान स्टुअर्ट मिल कहते है, ” बहुत से कारण हैं जो इस विषय से जुडी भावनाओं को कहीं ज्यादा ठोस और कहीं ज्यादा गहरे तक पैठी हुई बना देते है।
- “ द सब्जेक्शन ऑफ विमेन ” में जान स्टुअर्ट मिल कहते है, ” बहुत से कारण हैं जो इस विषय से जुडी भावनाओं को कहीं ज्यादा ठोस और कहीं ज्यादा गहरे तक पैठी हुई बना देते है।
- उन्नीसवीं सदी के दार्शनिक जान स्टुअर्ट मिल को उद्धृत करते हुये सेन ने बताया कि अल्पसंख्यकों को सुरक्षित महसूस करवाना बहुसंख्यक समुदाय की जिम्मेदारी होती है और बतौर मुख्यमंत्री मोदी ऐसा कर पाने में सफल नहीं हुये हैं.
- यदि हम ‘ सभी के लिए न्याय की एकसमान पहुंच ' के सिद्धांत को केंद्र में रखकर विचार करें तो था ॓ मस पेन तथा जान स्टुअर्ट मिल के विचारों को एक-दूसरे का पूरक पाते हैं.
- _निशांत कौशिक स्वतंत्रता बनाम संस्कृति “ द सब्जेक्शन ऑफ विमेन ” में जान स्टुअर्ट मिल कहते है, ” बहुत से कारण हैं जो इस विषय से जुडी भावनाओं को कहीं ज्यादा ठोस और कहीं ज्यादा गहरे तक पैठी हुई बना देते है।
- चार्टिस्टस ' आंदोलनकारियों की मांग को आगे चलकर जान स्टुअर्ट मिल आदि व्यक्ति स्वातंत्रय के समर्थक विचारकों का समर्थन मिला, जिससे वह आंदोलन नए सिरे और नए नाम से आगे बढ़ सका. डेविड ब्रूक ईमानदार तथा उत्साही कार्यकर्ता था.
- सुख की अवधारणा को लेकर जेरमी बैंथम, हेनरी सिडविक, जान स्टुअर्ट मिल आदि उपयोगिता विचारकों में हल्के-फुल्के मतभेद हैं, किंतु वे सभी इसपर सहमत थे कि जीवन में सुख का नैरंतर्य सामाजिक-राजनीतिक और आर्थिक स्वतंत्रता के बिना असंभव है.
- इस पुस्तक में दुनियां में ऊंचा नाम करने वाले नीत्शे, हीगल, विक्टर, यूगो माल्थस, जान स्टुअर्ट मिल जैसे विचारक, गैरी वाल्डी, चाउ एन लाइ जैसे जननायक मार्कोपोलो, हिलेरी जैसे दुस्साहसी खोजियों, राजीव गांधी, ओलोफ पाल्मे जैसे राजनेता, टायसन, हैडली जैसे खिलाड़ी, डायना जैसी बहुचर्चित महिला।
- आगे चलकर जान स्टुअर्ट मिल आदि ने भी स्वीकार किया था कि अतिरिक्त श्रम ही लाभ का प्रमुख स्रोत है, लेकिन उसका मानना था कि जीवन की वास्तविक जरूरतों लायक उत्पादन, समाज द्वारा अपेक्षित उत्पादन से बहुत कम समय में संभव है.