गलियाकोट sentence in Hindi
pronunciation: [ galiyaakot ]
Examples
- अद्भुत शिल्पकारी के नमूने देव सोमनाथ के विशाल चित्र डगरपुर पंचायत समिति का प्रमुख आकर्षण थी, आसपुर पंचायत समिति की झांकी ने निष्कलंक अवतार का प्रतिरूप, सागवाडा पंचायत समिति ने गलियाकोट दरगाह की झांकी प्रदर्शित की।
- वागड की प्राचीन राजधानी रहे डूंगरपुर जिले के माही नदी के मुहाने पर ाqस्थत गलियाकोट कस्बे में प्रसिद्ध एवं प्राचीनतम शीतल माता का मंदिर सदियों से श्रद्धा का केन्द्र और वागडवासियों की आराध्या का तीर्थस्थल रहा है।
- वागड की प्राचीन राजधानी रहे डूंगरपुर जिले के माही नदी के मुहाने पर स्थित गलियाकोट कस्बे में प्रसिद्ध एवं प्राचीनतम शीतल माता का मंदिर सदियों से श्रद्धा का केन्द्र और वागडवासियों की आराध्या का तीर्थस्थल रहा है।
- बाढ़ नियंत्रण कक्ष के अनुसार मंगलवार सुबह आठ बजे तक 24 घंटे के दौरान आसपुर में 16, चीखली 5, देवल 9, धंबोला 10, गलियाकोट 4, गणेशपुर 8, कनबा 2 तथा निठाउवा में 27 मिलीमीटर बरसात दर्ज की गई।
- कलेक्टर ने डूंगरपुर आसपुर सड़क के निर्माण में हो रही देरी की बात बताई और इसे शीघ्रता से पूर्ण कराने को कहा वहीं गलियाकोट उर्स को देखते हुए संबंधित समस्त सड़कों की मरम्मत की आवश्यकता जताई व इस पर ध्यान देने को कहा।
- यहाँ के महत्त्वपूर्ण मेले हैं तीज, गणगौर जयपुर, अजमेर शरीफ़ और गलियाकोट के वार्षिक उर्स, बेनेश्वर (डूंगरपुर) का जनजातीय कुंभ, श्री महावीर जी सवाई माधोपुर मेला, रामदेउरा (जैसलमेर), जंभेश्वर जी मेला(मुकाम-बीकानेर), कार्तिक पूर्णिमा और पशु-मेला (पुष्कर-अजमेर) और श्याम जी मेला (सीकर) आदि।
- इसी प्रकार सागवाडा उपख् ाण्ड अधिकारी को सागवाडा व गलियाकोट क्षेत्र के लिए रूट मजिस्ट्रेट नियुक्त करते हुए जनजाति क्षेत्र में विकास कार्यों के निरीक्षण दौरान आवश्यक व्यवस्थाएं व सागवाडा विकास अधिकारी व सागवाडा तहसीलदार को इन व्यवस्थाओं में सहयोग प्रदान करने के निर्देश दिए गए हैं।
- धुलेंडी पश्चात चार दिनों तक लगातार डूंगरपुर जिले के सागवाड़ा, गलियाकोट के आसपास के गांवों में तथा होली के दिन बांसवाड़ा जिले के ख्रोडन के गणेश मंदिर परिसर में कण्डोें की राड़ का आयोजन होता है जिसमें लोग दो दलों में विभक्त हो एक दूसरे पर कण्डों की बौछार करते हैं।
- जब गलियाकोट के आपके अनुयायियों ने यह बात सुनी, सभी लोग तुरंत घटनास्थल पर पहुचे लेकिन अनुयायियों के पहुचने से पूर्व ही स्य्येदी फखरुद्दीन शहीद हो चुके थे इस्लाम के रिवाज़ के मुताबिक़ बड़े सम्मान के साथ आपकी इसी घटनास्थल पर दफनाया गया उसी जगह आज सय्येदी फखरुद्दीन शहीद की कब्र हे |
- बाबजी के कब्र के एक पाषण (पत्थर) ने गलियाकोट के अनेक पाषाणों (पत्थरो) को खड़ा कर दिया पत्थर से पत्थर मिले, और बाबजी की मज़ार ही नहीं बनी, बल्कि एक छोटा-मोटा गॉव का रूप स्वरूप बनता बदलता हुआ चला आया वर्त्तमान में इस स्थल पर खड़े आधुनिक भवन उनकी ताज़ी स्मृति को ताजा कर देते हे |