खंडित करना sentence in Hindi
pronunciation: [ khendit kernaa ]
"खंडित करना" meaning in English
Examples
- इन संबंधो को तोड़ने के लिए श्रद्धा खंडित करना जरूरी है इसलिए माओवादिओं ने पशुपतिनाथ मंदिर की मर्यादा का हनन कर भारत से पूर्णतः सांस्कृतिक संबंधरहित नेपाल बनाने की दिशा में कदम उठाया जिसके पीछे चीन की दीर्घकालिक रणनीति के खेल का हाथ भी हो सकता है।
- कांग्रेस पिछड़ी जातियों और मुसलमानों की उभरती एकता को पहले से जारी पिछड़े कोटे में मुसलमानों की हिस्सेदारी के आधार पर खंडित करना चाहती है, क्योंकि पिछड़ी जातियों में, खासतौर पर उत्तर प्रदेश और बिहार में, 1967 के बाद से कांग्रेस को समर्थन देने का रुझान नहीं रहा है, इसलिए सर्वश्रेष्ठ चुनावी रणनीति यही है कि आरक्षण के आधार पर मुसलमानों को लुभाया जाए।
- प्रवाह ही जीवन है, गंग अके नैसर्गिक प्रवाह को छिन् न-भिन् न कर खंडित करना गंगा-जल के गंगत्व में निहित जीवन को कैसे प्रभावित करता है, यह हम हाल ही में जापान में “ डॉ ० इमोटो एवं उनके दल (Hado Institute, Japan) '' के द्वारा जल के ऊपर चल रहे शोध के माध्यम से जान सकते हैं ।
- इन विचारों को गुजरात में कहीं गहरे दफनाया जा चुका है और वह एक अत्यंत ही स्वार्थी, आत्मकेंद्रित और हिंसक व्यक्ति इकाइयों का समूह बनता जा रहा है और बिहार में भी एक अहंकारी विकास की कल्पना के कारण इन मूल्यों के प्रति बेपरवाही और अधीरता बढ़ती जा रही है-इस बात को अभी कहना शायद उल्लास के इस क्षण को खंडित करना होगा।
- कांग्रेस पिछड़ी जातियों और मुसलमानों की उभरती एकता को पहले से जारी पिछड़े कोटे में मुसलमानों की हिस्सेदारी के आधार पर खंडित करना चाहती है, क्योंकि पिछड़ी जातियों में, खासतौर पर उत्तर प्रदेश और बिहार में, 1967 के बाद से कांग्रेस को समर्थन देने का रुझान नहीं रहा है, इसलिए सर्वश्रेष्ठ चुनावी रणनीति यही है कि आरक्षण के आधार पर मुसलमानों को लुभाया जाए।
- या तो आप ये माने कि सभी कणों में भगवान् विराजमान नहीं है, जैसा आपके धर्म ग्रन्थ में लिखा गया है, तब ही आप किसी अन्य धर्म के प्रति घृणा-भाव रख सकते है, और आप कह सकते हैं, कि हमारा भगवान् सर्वश्रेष्ठ है …………….. और विधर्मी, विधर्मी का भगवान्, विधर्मी का पूजा स्थल, उसका धर्म ग्रन्थ घृणित है और तुच्छ है …………………. पहले आपको अपने धर्म के सिद्धांतों को खंडित करना ही पड़ेगा.
- हजारों वर्ष से जिन आस्थाओं की नींव पर हमारा देश अडिग है, क्या धर्माधता का कोई भूकंप उसे डिगा पाएगा? हजारों आक्रमणों के बाद भी जिस देश की आत्मा पर आंच नहीं आई, क्या उसकी आंखों में उन्माद का धुआं भरने के लिए आप अपने ही घर में आग लगा लेंगे? क्या हम उस वहशीपन का शिकार होना चाहते हैं जो दूसरों की हत्या करना, दूसरों की नारियों की अस्मत लूटना, दूसरों के धर्मग्रंथ जलाना और दूसरों के भगवान को खंडित करना अपने धर्म की सेवा मानता है?