कितनी नावों में कितनी बार sentence in Hindi
pronunciation: [ kiteni naavon men kiteni baar ]
Examples
- १९६४ में आँगन के पार द्वार पर उन्हें साहित्य अकादमी का पुरस्कार प्राप्त हुआ और १९७९ में कितनी नावों में कितनी बार पर भारतीय ज्ञानपीठ पुरस्कार प्रमुख कृतियां कविता
- आधुनिक कालविधा: कहानी, कविता, उपन्यास, निबंध विषय: सामाजिक, यथार्थवादी साहित्यिकआन्दोलन: नई कविता, प्रयोगवाद प्रमुख कृतियां: आंगन के पार द्वार, कितनी नावों में कितनी बार साहित्य अकादमी तथा ज्ञानपीठ द्वारा सम्मानित
- ' कितनी नावों में कितनी बार ' कविता संग्रह में अज्ञेय ने लिखा है एक कविता में कि नदी सागर में मिल गयी, मैं किनारे पर खड़ा रह गया।
- उन्होंने भी महान पाया, जिन्होंने चालीस साल पहले अज्ञेय के कविता संग्रह ' कितनी नावों में कितनी बार ' की समीक्षा करते हुए उन्हें ‘ बूढ़ा गिद्ध ' कहा था।
- अज्ञेय के प्रमुख काव्य संग्रहों में भग्नदूत, इत्यलम, हरी घास पर क्षण भर, बावरा अहेरी, आंगन के पार द्वार, कितनी नावों में कितनी बार शामिल हैं।
- मैं नहीं जानता कि लिखी कब? क्यों कि एक कविता ‘ आँगन के पार द्वार ' की है और दूसरी ‘ कितनी नावों में कितनी बार ' की पहली कविता है।
- ' (. अज्ञेय, कितनी नावों में कितनी बार, भारतीय ज्ञानपीठ प्रकाशन, पांचवां सस्करण, 1986, पृष्ठ 16) अज्ञेय की कविताओं में व्यक्ति की सत्ता सर्वोपरि है।
- चाहे वो “ सत्य तो बहुत मिले ” हो यह फिर “ असाध्य वीणा ”.. “ कितनी नावों में कितनी बार ” में भी यही भाव हमारे सामने उपस्थित किया है...
- 1957 में इंद्र धनु रौंदे हुए थे, 1959 में 'अरी ओ करुणा प्रभामय', 1961 में 'आंगन के पार द्वार', 1967 में कितनी नावों में कितनी बार और 1970 में 'सागरमुद्रा' का प्रकाशन हुआ।
- 1957 में इंद्र धनु रौंदे हुए थे, 1959 में 'अरी ओ करुणा प्रभामय', 1961 में 'आंगन के पार द्वार', 1967 में कितनी नावों में कितनी बार और 1970 में 'सागरमुद्रा' का प्रकाशन हुआ।