काथलिक चर्च sentence in Hindi
pronunciation: [ kaathelik cherch ]
Examples
- सीरिया, आरमीनिया और मिस्त्र के बिशपों ने कालसेदोन के निर्णय को अस्वीकार किया और उन देशों के ईसाई समुदाय भी काथलिक चर्च से अलग हो गए (आजकल भी एथियोपिया के ईसाई और दक्षिण भारत के जैकोबाइट मोनोफीसाइट हैं)।
- काथलिक चर्च का दावा है कि वह युगयुगांतर तक अर्थात् ' सब समय ' ' सभी देशों ' के मनुष्यों के लिए खुला रहता है और ईसा द्वारा प्रकट की गई ' सभी ' धार्मिक सच्चाइयाँ सिखलाता है।
- सीरिया, आरमीनिया और मिस्त्र के बिशपों ने कालसेदोन के निर्णय को अस्वीकार किया और उन देशों के ईसाई समुदाय भी काथलिक चर्च से अलग हो गए (आजकल भी एथियोपिया के ईसाई और दक्षिण भारत के जैकोबाइट मोनोफीसाइट हैं)।
- काथलिक चर्च से अलग हो जाने के बाद लूथर ने अपना अधिकांश जीवन विट्टेनवर्ग में बिता दिया जहाँ वह विश्वविद्यालय में अपने व्याख्यान देते रहे और धर्मविज्ञान तथा बाइबिल के विषय में अपनी बहुसंख्यक रचनाओं की सृष्टि करते रहे।
- 15वीं शताब्दी के आरंभ में काथलिक चर्च की दयनीय दशा और इसके कर्णधारों की निष्क्रियता, चर्च की संपति हड़पने को उत्सुक राजनेताओं की सहायता, नवजागरण के कारण व्यक्तिगत स्वतंत्रता का आंदोलन, मुद्रण के आविष्कार से प्रचार की नई सुविधाएँ।
- 15वीं शताब्दी के आरंभ में काथलिक चर्च की दयनीय दशा और इसके कर्णधारों की निष्क्रियता, चर्च की संपति हड़पने को उत्सुक राजनेताओं की सहायता, नवजागरण के कारण व्यक्तिगत स्वतंत्रता का आंदोलन, मुद्रण के आविष्कार से प्रचार की नई सुविधाएँ।
- काथलिक चर्च से अलग हो जाने के बाद लूथर ने अपना अधिकांश जीवन विट्टेनवर्ग में बिता दिया जहाँ वह विश्वविद्यालय में अपने व्याख्यान देते रहे और धर्मविज्ञान तथा बाइबिल के विषय में अपनी बहुसंख्यक रचनाओं की सृष्टि करते रहे।
- काथलिक चर्च से अलग हो जाने के बाद लूथर ने अपना अधिकांश जीवन विट्टेनवर्ग में बिता दिया जहाँ वह विश्वविद्यालय में अपने व्याख्यान देते रहे और धर्मविज्ञान तथा बाइबिल के विषय में अपनी बहुसंख्यक रचनाओं की सृष्टि करते रहे।
- 16वीं शताब्दी के प्रारंभ में समस्त पश्चिमी यूरोप धार्मिक दृष्टि से एक था-सभी ईसाई थे; सभी रोमन काथलिक चर्च के सदस्य थे; उसकी परंपरगत शिक्षा मानते थे और धार्मिक मामलों में उसके अध्यक्ष अर्थात् रोम के पोप का शासन स्वीकार करते थे।
- 16वीं शताब्दी के प्रारंभ में समस्त पश्चिमी यूरोप धार्मिक दृष्टि से एक था-सभी ईसाई थे; सभी रोमन काथलिक चर्च के सदस्य थे; उसकी परंपरगत शिक्षा मानते थे और धार्मिक मामलों में उसके अध्यक्ष अर्थात् रोम के पोप का शासन स्वीकार करते थे।