कर्ण प्रयाग sentence in Hindi
pronunciation: [ kern peryaaga ]
Examples
- वस्तुतः गोमुख से इलाहाबाद तक जहाँ कहीं भी कोई नदी गंगा से मिली है उस स्थान को प्रयाग कहा गया है, जैसे-देवप्रयाग, कर्ण प्रयाग, रूद्रप्रयाग आदि।
- परन्तु अगर मेदानी मापदण्ड से देखा जाय तो देवप्रयाग से लेकर श्रीनगर, कर्ण प्रयाग, हल्द्वानी व नैनीताल सहित उत्तराखण्ड के अधिकांश क्स्बाई शहर इसका उलंघन करते नजर आते है।
- उन्हॊंने बताया कि चार वेद १ ८ पुराण व २ ०० सौ उपनिषदॊं का अध्ययन करने के बाद कर्ण प्रयाग और देव प्रयाग की गुफाऒं में उन्हॊंने एक वर्ष गुजारे और वहीं यह पुराण लिखा।
- 33 साल की उम्र में पहली बार वे तत्कालीन उत्तर प्रदेश विधानसभा के लिए कर्ण प्रयाग से तीन बार लगातर निर्वाचित हुए और 1997 की उत्तर प्रदेश सरकार ने उन्हें उत्तरांचल के विकास का जिम्मा दिया गया था।
- हरिद्वार से ऋषिकेश होते हुए देव प्रयाग, कर्ण प्रयाग, रुद्र प्रयाग और नन्द प्रयाग के दुर्गम पहाडों और घाटियों के उतार-चढावों को लांघते हुए सर्पीली सड़कों में लुढकते, बलखाते हुए धीरे-धीरे आगे बढ़ रहे थे.
- स्वामी गंभीरानंद द्वारा लिखित स्वामी विवेकानंद की जीवनी ' युग नायक विवेकानंद ' के मुताबिक 1890 में नैनीताल, अल्मोड़ा, कर्ण प्रयाग, रुद्रप्रयाग होते हुए वे डांडी में श्रीनगर आए जहां उन्होंने ईसाई बन चुके एक टीचर को फिर से सनातन धर्म में लौटाया।
- जून 1987 में कर्ण प्रयाग के सर्वदलीय सम्मेलन में उत्तराखंड के गठन के लिये संघर्ष का आह्वान किया तथा नवंबर 1987 में पृथक उत्तराखंड राज्य के गठन के लिये नयी दिल्ली में प्रदर्शन और राष्ट्रपति को ज्ञापन एवं हरिद्वार को भी प्रस्तावित राज्य में शामिल करने की मांग की गयी.
- जून 1987 में कर्ण प्रयाग के सर्वदलीय सम्मेलन में उत्तराखंड के गठन के लिये संघर्ष का आह्वान किया तथा नवंबर 1987 में पृथक उत्तराखंड राज्य के गठन के लिये नयी दिल्ली में प्रदर्शन और राष्ट्रपति को ज्ञापन एवं हरिद्वार को भी प्रस्तावित राज्य में शामिल करने की मांग की गयी.
- जून १९८७ में कर्ण प्रयाग के सर्वदलीय सम्मेलन में उत्तराखण्ड के गठन के लिये संघर्ष का आह्वान किया तथा नवंबर १९८७ में पृथक उत्तराखण्ड राज्य के गठन के लिये नई दिल्ली में प्रदर्शन और राष्ट्रपति को ज्ञापन एवं हरिद्वार को भी प्रस्तावित राज्य में सम्मिलित् करने की मांग की गई।
- जून १ ९ ८ ७ में कर्ण प्रयाग के सर्वदलीय सम्मेलन में उत्तराखण्ड के गठन के लिये संघर्ष का आह्वान किया तथा नवंबर १ ९ ८ ७ में पृथक उत्तराखण्ड राज्य के गठन के लिये नई दिल्ली में प्रदर्शन और राष्ट्रपति को ज्ञापन एवं हरिद्वार को भी प्रस्तावित राज्य में सम्मिलित् करने की मांग की गई।