कर्कश आवाज़ sentence in Hindi
pronunciation: [ kerkesh aavaaj ]
"कर्कश आवाज़" meaning in English
Examples
- और दुसरे दिन मैं बहुत कमजोर महसूस करने लगी, मैं उड़ भी नहीं पा रही थी ठीक से, तभी मेरी हालत देखकर एक कौवे ने काओं-काओं की कर्कश आवाज़ निकलते हुए मुझसे हाल पूछा तो मैंने उसे झिड़क दिया कि अपने काम से काम रखो दूसरे के मामले में टांग मत अडा ओ..
- जाने ट्रेन की खट-खट, प्लेटफार्म पर लोगों की सिसकियों-सुबकियों और अपने रूंध आए गले के बावजूद मन्नान सुन पा रहे थे कि नहीं, पर पिंजड़े में फड़फड़ाते मिठ्ठू मियाँ आज लगातार चिल्ला रहे थे, मीठी नहीं कर्कश आवाज़ में, ' मन्ना जल्दी आना, जल्दी आना! ' और लगातार चिल्ला रहे थे।
- घंटी की तेज कर्कश आवाज़ पूरे घर में गूँज रही थी....तभी उनके पेट में एक असहनीय दर्दनाक मरोड़ उठी, उनकी कनपटियाँ एकदम लाल हो गयीं, सांस यकायक फूली, सिर बुरी तरह भन्नाया, माथे पर पसीने की धारें बह आईं, दिल एकाएक बेहद जोर से धड़का, और वह-निर्जीव हो कर पेंतीस सालों से ड्राइंगरूम में बिछे महंगे सरकारी गलीचे पर लुढक गईं.....
- मीडिया के साथ बातचीत मे भी आपने देखा होगा की एक महिला मीडिया कर्मी (नाम लेकर उसकी पब्लिसिटी मे नही बढ़ाना चाहता) जो अपनी कर्कश आवाज़ मे सबसे ज़यादा मिनट चिल्लाई और (दूसरे पत्रकारो पर भी की उसको सवाल नही पूछने दिया जा रहा और सवाल के नाम पर पूछा भी तो क्या.... महिलाओ के बारे मे बाबा जी अपनी राय बताइए अभी और इसी वक़्त??
- गौरैया मरी पड़ी रहती हैं उनका आकाश लुप्त हो गया है तस्करों ने चुरा लिया है आकाश पड़ी रहती है नितांत अकेली गौरैया उसके पंख पर जंगली निशान चोट से नीले पड़े हैं होंठ व आंखें पास में बिखरे पड़े हैं घास पतवार, एके फोर्टिसेवेन इसी तरह खत्म हुआ इस बार का लेन-देन ज़रा चुप करेंगे विशिष्ट गिद्धजन रोकेंगे अपनी कर्कश आवाज़ कुछ देर, बिना श्रवण यंत्र के, गौरैया की किचिर-मिचिर सुनी जाए।
- ' ' इस पर उसने कहा-'' अरे छोडो बहना, लोग मेरे रंग और मेरी कर्कश आवाज़ से नफरत करते हैं और तुमने भी यही किया, किसी के बाहरी शरीर की सुन्दरता को देख कर नहीं उसके अंतर्मन की सुन्दरता को देखना चाहिए और हो सकता है कि किसी की बोली अच्छी ना हो और वो अच्छी बात भी बोले तो बुरा लगे, मगर उसकी आवाज़ नहीं उसकी बात पर ध्यान देना चाहि ए..
- वैसे तो कौआ बहुत बुद्धिमान पक्षी माना जाता है, और होता भी है | आधुनिक जीवविज्ञानी भी ऐसा ही बताते हैं |कौआ तंत्र में यह भी बताया गया है कि कौआ जिस इलाके में होता है वहां की सभी गुप्त बातों को जानता है और अपनी कर्कश आवाज़ में कभी-कभी कुछ बताने की कोशिश करता है पर कोई समझता नहीं, तांत्रिक उसकी बात समझने के कुछ उपाय करते हैं |पर मुझे ये नहीं समझ में आता कि ये बुद्धिमान कौआ पक्षी पालन-पोषण के समय उल्लू कैसे बन जाता है |लेख मन को लुभाने वाला, सुन्दर |