अन्टार्कटिका sentence in Hindi
pronunciation: [ anetaarektikaa ]
"अन्टार्कटिका" meaning in Hindi
Examples
- अनेक रंग रंगे-पाखी पंख में भरे......!! विविध रंग रंगी जल मीन.... दैत्याकार होते मनु पुत्र! http://indianscifiarvind.blogspot.in/ अभी इसी वर्ष की बीती फरवरी में रूसी वैज्ञानिकों के एक अभियान दल ने अन्टार्कटिका में एक इतिहास रच दिया.
- साइंसदानों को स्युदोमोनस समूह के बेक्टीरिया की व्यापक उपस्थिति जंगली एवं डोमेस्टिक प्लांट्स की पत्तियोंके अलावा वृक्षों और कई तरह की ग्रासिज़ (घास) में भी मोंटाना, मोरक्को, फ्रांस युकोन यहाँ तक की अन्टार्कटिका के नीचे दबी बर्फ में मिली है ।
- आईये सुनते हैं शिरिमान डॉक्टर नायक जी की बहस को-अरे भैया, अगर दिमाग की भैंस को थोडा ढील देंगे तो थोड़ा आगे जाने पर जान पायेंगे कि अगर प्रभु ने अन्टार्कटिका में घास पैदा नहीं की तो वहाँ इंसान भी पैदा नहीं किया था।
- आईये सुनते हैं शिरिमान डॉक्टर नायक जी की बहस को-अरे भैया, अगर दिमाग की भैंस को थोडा ढील देंगे तो थोड़ा आगे जाने पर जान पायेंगे कि अगर प्रभु ने अन्टार्कटिका में घास पैदा नहीं की तो वहाँ इंसान भी पैदा नहीं किया था।
- अन्टार्कटिका को क्रूज में यात्रा करते हुए क्रूज पर बर्फ की बारिश होते देखना अथवा रोम में फरारी से सवारी करते हुए पौराणिक रोम के मार्बल को निहारना भारतीय पर्यटकों के लिए विशेष रूप से कौतूहलपूर्ण लगता है और पर्यटक बड़ी संख्या में इसका आनन्द भी ले रहे हैं।
- सुनामी, कैटरीना, रीटा, नरगिस आदि परिवर्तन की इस बयार को पिछले कुछ वर्षो से ना केवल बखूबी बतला रहे है बल्कि गौमुख, ग्रीनलैंड, आयरलैंड और अन्टार्कटिका में लगातार पिघल रहे ग्लेशियर भी ग्लोबल वार्निंग की आहट को करीब से महसूस भी कर रहे हैं ।
- एक खबर यह थी कि अन्टार्कटिका से आए एक पक्षी का ऑपरेशन कर उसमे से रेत निकाली गई, इसी पर पर चर्चा करते हुए बताया कि चरने वाले पशुओं के पेट में प्लास्टिक भी चला जाता हैं आगे इसी चर्चा से प्लास्टिक के उपयोग को कम करने की सलाह भी दी।
- एक खबर यह थी कि अन्टार्कटिका से आए एक पक्षी का ऑपरेशन कर उसमे से रेत निकाली गई, इसी पर पर चर्चा करते हुए बताया कि चरने वाले पशुओं के पेट में प्लास्टिक भी चला जाता हैं आगे इसी चर्चा से प्लास्टिक के उपयोग को कम करने की सलाह भी दी।
- यदि ऐसा गंभीर सूखे न पड़े और ग्लेशियरों और ग्रीनलैंड एवं अन्टार्कटिका में जमे हुए पानी का विशाल मात्रा के पिघलने के फलस्वरूप संभावित बाढ़ें न आयें तो 2050 तक इस पृथ्वी पर जो 9 अरब होंगे उन्हें बचाने के लिए वह कितना पैसा खर्च करने को तैयार है? हमें किसी धोखे में नहीं रहना चाहिए।
- नहीं कर पाएंगे | जब हमारे मन को कविता का फूल सूंघने का जी करता है तो सीधे अनुराग जी के ब्लॉग पर ही पहुँचते है | उनका तो गद्य भी ऐसा है कि समझ में आता है और मन को लगता है, जैसे अन्टार्कटिका कि ठंडी और शांत बर्फ पर लेते हों और आसमान से कभी इक्का-दुक्का चमेली का फूल किसी ने बरसा दिया हो |