३६ घंटे sentence in Hindi
pronunciation: [ 36 ghent ]
Examples
- PMसही कहा जी हम भी सुधर गए:)घर वालों ने ऐसी डाट पिलाई ७-८ घंटा से २ घंटा पर आ गए:)अब लग रहा है मेरे पास २४ घंटे की जगह ३६ घंटे हो गए हों:)बड़ी बुरी लत है जी भगवान बचाए औरों को हम तो बच गए:)बोलो तारा रा रा:)
- क्योकि जब इस विषय पर संगोष्ठी हो रही थी उसके ठीक ३६ घंटे पूर्व नक्सलियों ने गढ़चिरोली में १७ पुलिस कर्मियों को गोलियों से भून डाला था और ७२ घंटे पूर्व झारखण्ड में नक्सलियों ने तालिबानी आतंकवादियों की बर्बता का अनुकरण करते हुए खुफिया शाखा के एक पुलिस इंस्पेक्टर का सर कलम कर दिया था ।
- और अब एक और जीव दुनियामे आनेवाला था...अबके तो सासू माँ ने बेटे की रट लगा दी...यह एक और भय पूजा तथा उसके नैहर वालों की क़िस्मत लिखा था...बेटा हुआ तो, लेकिन पूजा तक़रीबन ३६ घंटे प्रसूती वेदना से गुज़री...उसका कारण मानसिक दबाव था...नैहर में बिटिया को सबसे अधिक प्यार मिलता लेकिन ससुराल में बेटे के आने के बाद तो बिटिया की औरभी दुर्दशा होने लगी...दिन गुज़रते गए...
- हम तो कफ सीरप के असर में जीआईसी के आपातकाल पूर्व दिनों के बाद पहली बार करीब ३६ घंटे नींद में थे, लेकिन तमाम विचारधाराओं और धड़ों के मातबर तो लगता है कि साठ के दशक से नींद में ही हैं और उन्हें लगता है कि नेहरु के अवसान के बाद अब तक का सारा समय अंधायुग है, जो हो रहा है, वह नियतिबद्ध है यानी राम ने जो रच रखा है।
- राम राम जी की, ताऊ जी यह फ़िल मुझे बहुत पसंद थी, बाकी आप के सब सवालो का जबाब तो नही, लेकिन नकली ओर बोगस ब्लांग पकडने का ठेका अगर मुझे दे दो तो आज ही ३६ का लिंक तो ३६ सेकिंड मै दे दुगां, सची मुझे ३६ घंटे की कसम.अरे ताउ जी ३६ नही हम तो आप की शादी की ६३ वी भी साल गिराह मनाये गे, ओर तोहफ़े मै लठ्ठ देगे
- चुनाव आयोग से पूछा जाना चाहिए कि राजनैतिक पार्टी और उम्मीदवार को जब यह अधिकार अधिसूचना से पोलिंग के ३६ घंटे पूर्व तक है कि वह अपने-अपने द्वारा पूर्व में किये गये कार्यो का उल्लेख कर, अपने घोषणा पत्र का उल्लेख कर अपने मुद्दे को जनता (वोटर) के सामने लाकर उस जनता को जिसे अपने 'मत' का प्रयोग कर अपना प्रतिनिधी चुनना है, को प्रभावित कर सकता है तब फिर ३६ घंटे के प्रतिबंध लगाने का औचित्य क्या है।
- चुनाव आयोग से पूछा जाना चाहिए कि राजनैतिक पार्टी और उम्मीदवार को जब यह अधिकार अधिसूचना से पोलिंग के ३६ घंटे पूर्व तक है कि वह अपने-अपने द्वारा पूर्व में किये गये कार्यो का उल्लेख कर, अपने घोषणा पत्र का उल्लेख कर अपने मुद्दे को जनता (वोटर) के सामने लाकर उस जनता को जिसे अपने 'मत' का प्रयोग कर अपना प्रतिनिधी चुनना है, को प्रभावित कर सकता है तब फिर ३६ घंटे के प्रतिबंध लगाने का औचित्य क्या है।