स्वामी समर्थ sentence in Hindi
pronunciation: [ sevaami semreth ]
Examples
- गुरू गोरखनाथ, अवधूत दतात्रेय, श्रीस्वामी, श्रीरामकृष्ण परमहंस, श्रीसाईबाबा, स्वामी समर्थ, तैलंग स्वामी, वामाखेपा, अघोरी कीनाराम, आचार्य श्रीरामशर्मा ये सभी परम संत, साधक, तथा स्वयं परमतत्व ही है।
- स्वामी समर्थ अपने शिष्यों से अक्सर कहते थे कि आलसी व्यक्ति का चेहरा भी मत देखो अपने जीवन यापन के लिए मेहनत करो और पसीना बहाओ नशा मत करो नशा आद्यात्म की पटरी से आदमी को उतार देता है ।
- यह स्वामी समर्थ रामदास ही थे, जिन्होंने उन्हें यह बताया था कि भवानी की कृपा जिस पर हो जाए उसके लिए कुछ भी अप्राप्य नहीं रहता, जो भवानी के चरणों में सिर झुकाता है उसके समक्ष सारा संसार सिर झुकाता है।
- श्रीस्वामी समर्थ महराज को महाराष्ट्र कर्नाटक और आँध्रप्रदेश में गंगापुर के स्वामी नृसिंह सरस्वती के नाम से भी जाना जाता है ' ' श्री पाद श्री वल्लभ चरित्र '' के अनुसार भगवान दत्तात्रेय ने ३ अवतार लिए जो थे-श्री पाद श्री वल्लभ, नृसिंह सरस्वती-और अक्कल कोट के स्वामी समर्थ महराज ।
- जाता है, अन्य दो अवतार हैं शिर्डी के साईं बाबा तथा अक्कलकोट के श्री स्वामी समर्थ A महाराज को सर्वप्रथम शेगांव में सन 1878 में देखा गया था और तब ही से उनके असीम ज्ञान, सादगी तथा अद्वितीय अध्यात्मिक शक्ति से समस्त जनमानस तथा उनके भक्त लाभान्वित होते आये हैं A
- शिव आये तो औघड़ गुरू जी श्री सीताराम जी मिले फिर साईंबाबा जो साक्षात ब्रह्मा, विष्णु, महेश ही है, यही श्री दत्तात्रेय, स्वामी समर्थ भी है, इनकी कृपा मिली फिर आदि गुरू शिव जो पहले भी मिले और स्वामी के रूप में दतिया बुला मेरा जीवन ही बदल डाला।
- दत्तात्रेयजी का कहीं भी प्रकट होना भी माना जाता है, उनके उपासक गुरु के रूप में उन्हे मानते है, स्वामी समर्थ आदि कितने ही गुरु के अनुगामी साधक इस धरती पर पैदा हुये और अपनी अपनी भक्ति से भगवान दत्तात्रेय जी के प्रति अपनी अपनी श्रद्धा प्रकट करने के बाद अपने अपने धाम को चले गये है।
- संचालक वसंत म्हस्कर को स्वामी समर्थ कंस्ट्रक्शन के नाम से 40 लाख, दिलीप श्योरपुस्कर को 10 लाख, छत्रजीत िसनेको को 25, अभय दुबे को 53, गजानंद को 50, नितिन को 40 लाख, शांशिकांत बापट को 20 लाख, कैलाश को 30 लाख, रेणुका बिल्डर्स को 30 लाख व मनीष कौल को 25 लाख का लोन शामिल है।
- वैसे गांव में आकर नए सिरे से काम शुरू करना बेहद चुनौतीपूर्ण था लेकिन इस काम में मुझे अच्छे साथी मिले जिनकी बदौलत वर्ष 2003 में बहादरपुर में ' स्वामी समर्थ महिला बचत गट' के नाम से 14 महिलाओं के एक स्वयं सहायता समूह के तौर पर प्रारंभ हुई यात्रा महाराष्ट्र के चार जिलों के दो सौ गांवों के दो हजार स्वयं सहायता समूह के रूप में विस्तार पा चुकी है।