विवादात्मक sentence in Hindi
pronunciation: [ vivaadaatemk ]
"विवादात्मक" meaning in English
Examples
- अप किया गया “हंस कूँग के गैर” रोमन कैथोलिक ईसाई के बारे में अपने विवादात्मक में कहानियों के रूप में रही है हमारे ज्ञान करने का सबसे अच्छा, कूँग अभी भी एक कैथोलिक पादरी है और हर व्याख्यान में इस तरह के रूप में पेश किया वह आती है.
- इसका प्रमुख विवादात्मक थीम, जो सांस्कृतिक आलोचना (कल्चुरीक्रितिक) के रूढ़ि विश्वास का सीधे-सीधे खंडन करता है, यह रहा है कि इस प्रकार की संस्कृति महज मूर्छाकारी औषधि नहीं, जिसे समाजातीय जनसमूह में उदासीनता उत्पन्न करने के लिए सफलतापूर्वक तैयार किया गया हो बल्कि इसके विपरीत इसमें सक्रिय, स्वैच्छिक, चुनिंदा और विध्वंसात्मक जनभागीदारी है।
- माकपा पोलितब्यूरो के सदस्य सीताराम येचुरी ने कहा है कि ‘ अन्ना की दलीलें संघ परिवार और भाजपा द्वारा इस्तेमाल की गई दलीलों के समतुल्य हैं जिनके अनुसार उनका कहना था कि भारत की अस्सी फीसदी जनता (हिन्दू जनता) विवादात्मक बाबरी मस्जिद की जगह पर राम मंदिर बनाना चाहती है …
- के दशक के आरम्भ तक कला में एक अमूर्त आन्दोलन के रूप में अतिसूक्ष्मवाद का उद्भव हुआ (जिसकी जड़ काज़िमिर मालेविच, बौहौस और पीट मोंड्रियन के रैखिकीय सारग्रहण में थी) जिसने संबंधपरक और व्यक्तिपरक चित्रकला, अमूर्त अभिव्यंजनावादी सतहों की जटिलता, और एक्शन पेंटिंग के क्षेत्र में मौजूद विवादात्मक कुशलता एवं भावनात्मक युगचेतना के विचार को त्याग दिया.
- 1960 के दशक के आरम्भ तक कला में एक अमूर्त आन्दोलन के रूप में अतिसूक्ष्मवाद का उद्भव हुआ (जिसकी जड़ काज़िमिर मालेविच, बौहौस और पीट मोंड्रियन के रैखिकीय सारग्रहण में थी) जिसने संबंधपरक और व्यक्तिपरक चित्रकला, अमूर्त अभिव्यंजनावादी सतहों की जटिलता, और एक्शन पेंटिंग के क्षेत्र में मौजूद विवादात्मक कुशलता एवं भावनात्मक युगचेतना के विचार को त्याग दिया.
- के दशक के आरम्भ तक कला में एक अमूर्त आन्दोलन के रूप में अतिसूक्ष्मवाद का उद्भव हुआ (जिसकी जड़ काज़िमिर मालेविच, बौहौस और पीट मोंड्रियन के रैखिकीय सारग्रहण में थी) जिसने संबंधपरक और व्यक्तिपरक चित्रकला, अमूर्त अभिव्यंजनावादी सतहों की जटिलता, और एक्शन पेंटिंग के क्षेत्र में मौजूद विवादात्मक कुशलता एवं भावनात्मक युगचेतना के विचार को त्याग दिया.
- इसका प्रमुख विवादात्मक थीम, जो सांस्कृतिक आलोचना (कल्चुरीक्रितिक) के रूढ़ि विश्वास का सीधे-सीधे खंडन करता है, यह रहा है कि इस प्रकार की संस्कृति महज मूर्छाकारी औषधि नहीं, जिसे समाजातीय जनसमूह में उदासीनता उत्पन्न करने के लिए सफलतापूर्वक तैयार किया गया हो बल्कि इसके विपरीत इसमें सक्रिय, स्वैच्छिक, चुनिंदा और विध्वंसात्मक जनभागीदारी है।
- 1960 के दशक के आरम्भ तक कला में एक अमूर्त आन्दोलन के रूप में अतिसूक्ष्मवाद का उद्भव हुआ (जिसकी जड़ काज़िमिर मालेविच, बौहौस और पीट मोंड्रियन के रैखिकीय सारग्रहण में थी) जिसने संबंधपरक और व्यक्तिपरक चित्रकला, अमूर्त अभिव्यंजनावादी सतहों की जटिलता, और एक्शन पेंटिंग के क्षेत्र में मौजूद विवादात्मक कुशलता एवं भावनात्मक युगचेतना के विचार को त्याग दिया.
- सरकारी प्रचार और विज्ञापन को लेकर दिशा-निर्देश में चार केंद्रीय बिंदु हैं-यह सरकार की जिम्मेदारियों से जुड़े हुए हों, सीधे-सपाट तरीके से उद्देश्य की पूर्ति करते हों, वस्तुनिष्ठ हों और उन्हें प्रचारित किए जाने की वजह साफ हो, वे पक्षपातपूर्ण या विवादात्मक न हों, किसी पार्टी के राजनीतिक प्रचार का औजार न हों और ऐसी समझदारी से किए जाएं कि वे जनता के पैसों के इस खर्च की न्यायसंगत वजह पेश करते हों।
- सरकारी प्रचार और विज्ञापन को लेकर दिशा-निर्देश में चार केंद्रीय बिंदु हैं-यह सरकार की जिम्मेदारियों से जुड़े हुए हों, सीधे-सपाट तरीके से उद्देश्य की पूर्ति करते हों, वस्तुनिष्ठ हों और उन्हें प्रचारित किए जाने की वजह साफ हो, वे पक्षपातपूर्ण या विवादात्मक न हों, किसी पार्टी के राजनीतिक प्रचार का औजार न हों और ऐसी समझदारी से किए जाएं कि वे जनता के पैसों के इस खर्च की न्यायसंगत वजह पेश करते हों।