विमलेश कांति वर्मा sentence in Hindi
pronunciation: [ vimelesh kaaneti vermaa ]
Examples
- हाल ही में डॉ. विमलेश कांति वर्मा द्वारा संपादित पुस्तक “ फीजी का सृजनात्मक हिंदी साहित्य ” भारत में साहित्य के सक्रिय विकास के लिए कार्य करनेवाली राष्ट्रीय संस्था, साहित्य अकादमी से प्रकाशित हुई।
- हिन्दी अकादमी, दिल्ली के उपाध्यक्ष एवं प्रख्यात भाषा विज्ञानी डॉ विमलेश कांति वर्मा ने चुटीले अंदाज में कहा कि हिंदी के लेखक ऐसा लिखते हैं कि उनको खुद नहीं पता कि वे क्या लिख रहे हैं.
- कार्यक्रम के मुख्य अथिति भारत के राजदूतावास के निमंत्रण पर सूरीनाम आए हिन्दी विद्वान डॉ॰ विमलेश कांति वर्मा थे, डॉ॰ वर्मा ने सूरीनाम में निरंतर हो रही साहित्यिक गतिविधियों की भूरी भूरी प्रशंसा की और सभी साहित्यकारों से लेखनरत रहने का आग्रह किया।
- कार्यक्रम के मुख्य अथिति भारत के राजदूतावास के निमंत्रण पर सूरीनाम आए हिन्दी विद्वान डॉ॰ विमलेश कांति वर्मा थे, डॉ॰ वर्मा ने सूरीनाम में निरंतर हो रही साहित्यिक गतिविधियों की भूरी भूरी प्रशंसा की और सभी साहित्यकारों से लेखनरत रहने का आग्रह किया।
- भाषा विज्ञानी विमलेश कांति वर्मा ने अपने जीवन में लंबे समय तक विदेशो पढ़ाने के अनुभव को बताते हुए प्रमाणित किया की सूरीनाम और फिजी की हिंदी अवधी ही है, जिसका प्रमाण वंहा की रचनायें है साथ ही उनके पूर्वज भी अवध छेत्र के ही थे।
- अभिलाषा का विमोचन साहित्य मित्र संस्था के अध्यक्ष पंडित हरिदेव सहतू, डॉ॰ विमलेश कांति वर्मा, प्रतिष्ठित सरनामी कार्यकर्ता श्री मोती मारहे, भारतीय राजदूतावास के चांसरी प्रमुख श्री अरुण कुमार शर्मा और हिन्दी व संस्कृति अधिकारी तथा अभिलाषा की संपादक श्रीमति भावना सक्सैना के हाथों हुआ।
- हिंदी में खोज और अनुसंधान करने तथा यात्रा-विवरण विधा के लिए लिये दिया जाने वाला यह पुरस्कार वर्ष २ ०० ८ के लिये प्रो. गोपाल राय, डॉ. विमलेश कांति वर्मा तथा २ ०० ९ के लिये प्रो. हरिमोहन एवं डॉ. विक्रम सिंह को प्रदान किया गया।
- कार्यक्रम में श्रीमती कमला सिंघवी, डॉ. सुरेश ऋतुपर्ण, डॉ. विमलेश कांति वर्मा, डॉ वीरेन्द्र प्रभाकर, नारायण कुमार, विनोद सदलेश, नरेश शाडिल्य, एम. के गौड़, पंकज दुबे, बालेन्दु दाधीच, उषा महाजन जैसे विद्वानों, हिन्दी प्रेमियों ने भाग लिया।
- डा अशोक चक्रधर, श्रीमती मधु गोस्वामी, डा रमेश गौतम, डा एम पी शर्मा, डा दिविक रमेश, डा प्रेम जनमेजय, डा हरीश नवल, डा विमलेश कांति वर्मा, श्री अनिल जनविजय, श्री विजय कुमार मल्होत्रा और डा राजेश कुमार गोष्ठी के प्रतिभागी थे ।
- ५. महापण्डित राहुल सांकृत्यायन पुरस्कार (हिंदी में खोज एवं संधान करने तथा यात्रा विवरण आदि के लिये) वर्ष 2008 के लिये-1. श्री गोपाल राय एवं 2. डॉ. विमलेश कांति वर्मा तथा वर्ष 2009 के लिये 1. डॉ. हरिमोहन एवं 2. डॉ. विक्रम सिंह