वातरक्त sentence in Hindi
pronunciation: [ vaaterket ]
"वातरक्त" meaning in Hindi
Examples
- वैद्य असगंध से चूर्ण, घृत, पाक इत्यादि बनाते हैं और औषधि के रूप में इसका उपयोग गठिया, क्षय, बंध्यत्व, कटिशूल, नारू नामक कृमि, वातरक्त इत्यादि रोगों में भी करते हैं।
- 15 वातरक्त:-अगस्त के सूखे फूलों का 100 ग्राम महीन चूर्ण भैंस के 1 किलो दूध में डालकर दही जमा दें, दूसरे दिन मक्खन निकालकर मालिश करें।
- वैद्य असगंध से चूर्ण, घृत, पाक इत्यादि बनाते हैं और औषधि के रूप में इसका उपयोग गठिया, क्षय, बंध्यत्व, कटिशूल, नारू नामक कृमि, वातरक्त इत्यादि रोगों में भी करते हैं।
- रक्त विकार, वातरक्त, जीर्ण आमवात, एलीफेण्टिएसिस तथा थाइराइड ग्रंथि के गॉइटर रोगों में इस औषधि का कल्क निर्धारित मात्रा में लेने पर शीघ्र आराम देता है ।
- लेकिन इस बात को ध्यान में रखा जाना चाहिए कि-अतिसार, वात प्रमेह, मधुमेह रक्तपित्त, वातरक्त, वमन, में लहसुन का प्रयोग नहीं करना चाहिए ।
- 4. हरड़ चूर्ण गुड़ के साथ नियमित लेने से वातरक्त (Gout) जिसमें उँगलियाँ तथा हाथ-पैर के जोड़ों में सूजन व दर्द होता है, नष्ट हो जाता है।
- का बढना जब शरीर के अंगोकी संधियों मे अचानक तीव्र वेदना तथा शोध उत्पन्न हो जावे तो वातरक्त का संकेत मिलता है, सामान्यतया यह पैर के अंगुठे से शुरु होता है,
- 44. वात रक्त दोष (खूनी की बीमारी) होने पर: वातरक्त (त्वचा का फटना) के रोगी को अखरोट की मींगी (बीज) खिलाने से आराम आता है।
- फोड़ा-फुंसी, खाज-खुजली, चकत्ते, वातरक्त आदि रक्त विकार, सुजाक, भगंदर, हाथ-पैर, आंख, छाती की जलन, गठिया, आमवात, वात व्याधि सभी प्रकार के रक्त दोष उपद्रव, कब्जियत, रक्त संचार की अनियमितता आदि की उत्तम औषधि है।
- फोड़ा-फुंसी, खाज-खुजली, चकत्ते, वातरक्त आदि रक्त विकार, सुजाक, भगंदर, हाथ-पैर, आँख, छाती की जलन, गठिया, आमवात, वात व्याधि सभी प्रकार के रक्त दोष उपद्रव, कब्जियत, रक्त संचार की अनियमितता आदि की उत्तम औषधि है।