राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद sentence in Hindi
pronunciation: [ raasetriy muleyaanekn even perteyaayen perised ]
Examples
- इनमें क्षेत्रीय # राज्य स्तरीय मूल्यांकन एजेंसियों की स्थापना, राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद द्वारा मान्यता प्राप्त निजी व्यावसायिक एजेंसियों # क्षेत्रीय मूलयांकन एजेंसियों को पाठयक्रम मूल्यांकन के लिए प्रोत्साहित करना, आदि शमिल है।
- राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद को मानव सीमाओं की जानकारी है और वह मूल्यांकनकर्ताओं को व्यावसायिक जानकारी निरंतर प्रदान करने के प्रयास करती है, ताकि यह कार्य बिना किसी पक्षपात के पूरा किया जा सकेऔर उपयुक्त एवं स्वीकार्य निर्णय दिए जा सकें।
- इसके बाद संस्थान के रूप में पहचाना गया था एक यूजीसी अधिनियम की धारा 3 के तहत डीम्ड विश्वविद्यालय और इसे सर्वोच्च राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (एनएएसी) का दर्ज़ा दिया है एक (पुरानी पद्धति) के तहत भारतीय शैक्षिक संस्थानों को दिया जाता है.
- राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (एनएएसी) द्वारा ए ग्रेड प्राप्त हैदराबाद विश्वविद्यालय में गणित, कम्प्यूटर और इंर्फोमेशन साइंस के दस अध्ययन स्कूल हैं-भौतिकी, रसायन विज्ञान, जीवन विज्ञान, मानविकी, सामाजिक विज्ञान, प्रबंधन अध्ययन, सरोजनी नायडू कला और संचार स्कूल, इंजीनियरिंग साइंस, प्रौद्योगिकी एवं चिकित्सा विज्ञान संचालित हैं।
- बाहरी गुणवत्ता मूल्यांकन की जटिल प्रक्रिया की गहन समझ के लिए यह उपयोगी होगा कि एक तरफ राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद के मूल्यांकन की सहज मांग के लिए प्रेरक घटकों की विश्लेषणात्मक जांच की जाए, वहीं दूसरी ओर इस तरह के मूल्यांकन को हतोत्साहित करने वाले घटकों को समझ लिया जाए।
- हाल ही में एनएएसी राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद, एक स्वायत्त विश्वविद्यालय अनुदान आयोग, भारत सरकार, सबसे ज्यादा अंक प्राप्त सभी के बीच द्वारा स्थापित संस्था द्वारा, बिट्स, पिलानी के साथ बिट्स पिलानी-दुबई और गोवा के परिसर में है 'प्रतिष्ठित' ए ग्रेड से सम्मानित किया गया निजी भारत में मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालयों.
- राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (एनएएसी) द्वारा ए ग्रेड प्राप्त हैदराबाद विश्वविद्यालय में गणित, कम्प्यूटर और इंर्फोमेशन साइंस के दस अध्ययन स्कूल हैं-भौतिकी, रसायन विज्ञान, जीवन विज्ञान, मानविकी, सामाजिक विज्ञान, प्रबंधन अध्ययन, सरोजनी नायडू कला और संचार स्कूल, इंजीनियरिंग साइंस, प्रौद्योगिकी एवं चि कित्सा विज्ञान संचालित हैं।
- जागरण ब्यूरो, लखनऊ: प्रदेश के राजकीय और अशासकीय सहायताप्राप्त कॉलेज अब शिक्षकों की कमी का रोना रोकर राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (नैक) से अपना मूल्यांकन कराने से नहीं बच सकेंगे। उनके लिए भी नैक से मूल्यांकन कराना अनिवार्य होगा। अलबत्ता मूल्यांकन में यदि उनकी ग्रेडिंग गिरती है तो नैक अपनी रिपोर्ट में यह जिक्र करेगा कि कॉलेज में शिक्षकों की नियुक्ति न हो पाने की वजह से ऐसा हुआ है। उच्च शिक्षण संस्थानों में गुणवत्तापरक शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (