राष्ट्रीय पंचांग sentence in Hindi
pronunciation: [ raasetriy penchaanega ]
"राष्ट्रीय पंचांग" meaning in English
Examples
- “ इण्डिया ” आगे रखा सारी श्रेष्ठताओं के बाद भी विक्रमी संवत् भारत का राष्ट्रीय पंचांग क्यों नहीं बन सका, यह स्वाभाविक कौतुहल का विषय है।
- अगर आपको इसपर इतनी दया आ रही हो (सर्दियों में विदा करने की) तो आप हमारे देश के राष्ट्रीय पंचांग का अनुसरण शुरू कर दीजि ए.
- समिति की रपट सामने आयी तो पता चला कि वैज्ञानिक दृष्टिकोण से उपयुक्त मानकर शक संवत् को राष्ट्रीय पंचांग तथा ग्रगेरियन कैलेण्डर को अन्तरराष्ट्रीय कैलेण्डर के रूप में मान्यता दे दी गयी।
- ठीक इसे ही मेघनाद साहा ने भी बौद्ध सम्राट कनिष्क के शक संवत को महत्व देकर भारत के राष्ट्रीय पंचांग (कैलेण्डर) को देश के विकासात्मक तिथिगण्ना की धारा में प्रबल प्रवाहित किया है।
- (५) राष्ट्रीय पंचांग उज्जैन के अक्षांश (२ ३ डिग्री ११ ') और ग्रिनिच के ५ घंटा ३ ० मिनट पूर्वी देशांतर (८ २ डिग्री ३ ० ') के लिए बना करेगा।
- शक संवत जो भारत सरकार का राष्ट्रीय पंचांग भी है आज ही के दिन से शुरू होता है, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में ‘ उगादि ‘ और महाराष्ट्र में यह पर्व ‘ ग़ुड़ी पड़वा ‘ के रूप में मनाया जाता है।
- क्षेत्रीयकरण के क्रम में ग्रहों, नक्षत्रों आदि की इस युगों पुरानी गणना पद्धति और उसके अनुसार मानव जीवन के महत्वपूर्ण पहलुओं पर प्रकाश डालने वाले इस सशक्त माध्यम को परिवर्तन के अनेक चरणों से गुजरना पड़ा है और आज देश भर में राष्ट्रीय पंचांग के अतिरिक्त कई क्षेत्रीय पंचांग उपलब्ध हैं।
- इसलिए डॉ. मेघनाद साहा (१ ८ ९ ३-१ ९ ५ ६) की अध्यक्षता में गठित विद्वानों की एक समिति ने एक संशोधित राष्ट्रीय पंचांग तैयार कर दिया, जो २२ मार्च १ ९ ५ ७ (१ चैत्र १ ८ ७ ९ शक) से लागू हो गया।
- काल गणना के लिए युगाब्ध को अपनाकर राष्ट्रीय पंचांग के रूप में लागू करना ।6. संस्कृत भाषा को प्रोत्साहित करना, उसे द्वितीय राजभाषा का दर्जा देना, संस्कृत माध्यम से संस्कृत शिक्षा देना, प्रत्येक राज्य में एक-एक केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय की स्थापना करना, संस्कृत में व्यवसायिक, रोजगार उन्मुख पाठ्यक्रमों का निर्माण करना व संस्कृत में रोजगार के अधिक अवसरों को उपलब्ध कराना, दूरदर्शन संस्कृत की स्थापना करना ।7. मुस्लिम समाज का अल्पसंख्यक दर्जा समाप्त कर उन्हें भारत की मुख्यधारा बहुसंख्यक समाज की श्रेणी में शामिल करना ।