मैक्स वेबर sentence in Hindi
pronunciation: [ maikes veber ]
"मैक्स वेबर" meaning in English
Examples
- संरचनात्मक क्रियावाद ; प्रतीकात्मक अन्योन्यक्रियावाद ; और विरोधी सिद्धांत [संपादित करें] अर्थशास्त्र मैक्स वेबर का द प्रोटेस्टेंट एथिक एंड द स्पिरिट ऑफ़ कैपिटलिस्म मुख्य लेख: Economic sociology और Socioeconomics
- [16] 1919 में, जर्मनी में एक समाजशास्त्र विभाग की स्थापना लुडविग मैक्सीमीलियन्स यूनिवर्सिटी ऑफ़ म्यूनिख में मैक्स वेबर द्वारा और 1920 में पोलैंड में फ्लोरियन जेनेक द्वारा की गई.
- [23] “ एथनिक ग्रुप ” शब्द को सामाजिक विज्ञान में लाने वाले प्रथम व्यक्तियों में जर्मन समाजशास्त्री मैक्स वेबर भी शामिल हैं, जो इसे इस रूप में परिभाषित करते हैं:
- मैक्स वेबर ने ऐतिहासिक भौतिकवाद (या आर्थिक नियतिवाद, की समीक्षा करते हुए कहा कि स्तरीकरण विशुद्ध रूप से आर्थिक भिन्नताओं पर आधारित नहीं है, अपितु अन्य स्थ्तियों और शक्ति की असमानताओं पर भी आधारित है.
- दरअसल नौकरशाही की अवधारणा को स्थापित करने वाले जर्मन समाजशास्त्री मैक्स वेबर ने कहा है, “नौकरशाही को स्वभावतः न्यूनतम जानकारी प्राप्त सांसद ही प्रिय होते हैं, क्योंकि सूचना में ही उनकी ताकत छिपी होती है।
- मैक्स वेबर ने ऐतिहासिक भौतिकवाद (या आर्थिक नियतिवाद, की समीक्षा करते हुए कहा कि स्तरीकरण विशुद्ध रूप से आर्थिक भिन्नताओं पर आधारित नहीं है, अपितु अन्य स्थ्तियों और शक्ति की असमानताओं पर भी आधारित है.
- मैक्स वेबर ने ऐतिहासिक भौतिकवाद (या आर्थिक नियतिवाद, की समीक्षा करते हुए कहा कि स्तरीकरण विशुद्ध रूप से आर्थिक भिन्नताओं पर आधारित नहीं है, अपितु अन्य स्थ्तियों और शक्ति की असमानताओं पर भी आधारित है.
- भारत के वर्तमान इतिहासकार व आर्थिक विचारक जो भारत की सामाजिक आर्थिक समस्या की जड़ भारत की परंपरा को मानते हैं, वे दरअसल, जर्मन दार्शनिक मैक्स वेबर की पुस्तक ' द् सोशियोलॉजी ऑफ इकोनामिक्स ' से प्रेरणा लेते हैं।
- 1905 में, विश्व के सबसे विशाल पेशेवर समाजशास्त्रियों का संगठन, अमेरिकी सामाजिक संगठन की स्थापना हुई, और 1909 में फर्डिनेंड टोनीज़, जॉर्ज सिमेल और मैक्स वेबर सहित अन्य लोगों द्वारा Deutsche Gesellschaft für Soziologie (समाजशास्त्र के लिए जर्मन समिति) की स्थापना हुई.
- अन्य विचारक जैसे कि मैक्स वेबर ने मार्क्सवादी आर्थिक नियतत्ववाद की आलोचना की, और इस बात पर ध्यान दिया कि सामाजिक स्तर-विन्यास विशुद्ध रूप से आर्थिक असमानताओं पर निर्भर नहीं है, बल्कि स्थिति और शक्ति में भिन्नता पर भी निर्भर है.