मिस्टर नटवरलाल sentence in Hindi
pronunciation: [ misetr netverlaal ]
Examples
- अमिताभ बच्चन के गायन से समृद्ध फ़िल्मों में जो नाम सब से पहले ज़हन में आते हैं, वो हैं-' सिलसिला ', ' मिस्टर नटवरलाल ', ' लावारिस ', ' पुकार ', ' जादूगर ', ' महान ', ' तूफ़ान ', ' बागबान ' ।
- ऐसे तमाम गीत बचपन में मन में छाए रहे. प्रेम का रोग बड़ा बुरा..., चल सन्यासी मंदिर में..., परदेसिया... आज जब ये गीत बजते हैं तो मन में कौंध उठती हैं बरेली की गलियां, सन्यासी और जय संतोषी मां के गीतों की धुन पर घरों में नृत्य करती नन्ही बच्चियां, बनारस की बारिश से भीगी सड़क और किसी दुकान पर रेडियो पर बजता मिस्टर नटवरलाल का वह गी त.
- हिट फिल्मों का नाम........ रामपुर का लझमण गांेरा और काला सौतन एक ही रास्ता ग्ंागा की सौगध कर्मयोगी दो मुसाफिर सुहाग दो षिकारी मिस्टर नटवरलाल जानी दुष्मन आॅचल सिलसिला जान हथेली पंे बीबी हो तो ऐसी रेखा को मिले अवार्ड 1981 फिल्म फेयर बेस्ट अभिनेत्री खूबसूरत 1982 नेषनल फिल्म एवार्ड फार बेस्ट अभिेनंेत्री फिल्म उमराव जान 1989 फिल्म फेयर बेस्ट अभिनेत्री एवार्ड फिल्म खून भरी मांग 1997 फिल्म फेयर बेस्ट सर्पोंटिग अभिनंेत्री अवार्ड फिल्म खिलाडियंेा का खिलाडी 2003 फिल्म फेयर लाइफटाइम एचीवमंेट येवार्द
- और गीत था “देखा ना हाय रे सोचा ना...” | उस नए तरुण अभिनेता याने अमिताभ बच्चन के शुरुवाती दिनों में उनके गाये गीत हिट हुए और अमिताभजी को लोकप्रिय बनाने में बड़े मददगार साबित हुए | कुछ सुपर सुपर हिट फिल्मे जिनमे किशोर कुमार ने आज के बिग बी के लिए गाने गाये थे-१९७३-अभिमान, १९७५-शोले, मिली, १९७७-अमर अकबर अन्थोनी, १९७८-डॉन, मुकद्दर का सिकंदर, १९७९-मिस्टर नटवरलाल आदि...
- मिस्टर नटवरलाल के अलावा पुरानी फिल्मो-मिस्टर एक्स इन बॉम्बे, फूल बने अंगारे, मेरे महबूब, अदालत के गीत सुनवाए गए, दिल और मोहब्बत फिल्म का यह गीत भी सुना जो आजकल कम ही सुनवाया जाता हैं-हाथ आया हैं जबसे तेरा हाथ में, आ गया हैं नया रंग जज्बात मेंगुरूवार को श्रोताओं के ईमेल आधारित फरमाइशी गीतों में शुरूवात की दो कलियाँ फिल्म के गीत से-तुम्हारी नजर क्यों खफा हो गई कश्मीर की कलि, दो रास्ते, बीस साल बाद और लावारिस फिल्मो के गीत सुनवाए।
- जीजाजी के लिए संबलपुर कार्यालय में रुकने के बाद खलीता पायजामा बनवाया गया! और इसी में ही जीजाजी की यात्रा पूर्ण हुई! इसी यात्रा में (लौटते वक़्त) हम सभी ने संबलपुर के एक सिनेमा में उसी वर्ष रिलीज़ हुई अमिताभ बच्चन की दो सुपरहिट फिल्मों मिस्टर नटवरलाल और काला पत्थर में से बड़ी मुश्किल से फैसला कर के हमने पहली दफा “ काला पत्थर ” देखि थी! सच है, फ़िल्में मेरी जान हैं! यार, मुझे फिर फिल्म देखने का मन कर रहा है!